डेली संवाद, जालंधर
नगर निगम जालंधर के कौंसलरों और अफसरों के बीच उठा विवाद अभी थमा नहीं है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जालंधर के पूर्व मेयर और निगम अफसरों के बीच बवाल खड़ा हो गया है। आरोप है कि पूर्व मेयर सुरेश सहगल ने अवैध निर्माण रोकने पहुंचे इंस्पैक्टर दिनेश जोशी की पिटाई की है। आरोप यह भी है कि इंस्पैक्टर दिनेश जोशी ने मकान मालिक से 10,000 रुपए रिश्वत मांगी थी।
इस वीडियो के वायरल होते ही शहर में नई चर्चा शुरू हो गई है। पब्लिक का कहना है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार बहुत है। इससे पहले कांग्रेस के विधायक सुशील रिंकू ने करप्शन का आरोप लगाया। खुद मेयर मानते हैं कि करप्शन है। अगर करप्शन नहीं रोका जाएगा तो पब्लिक एसी ही पीटेगी। वहीं, लोग कहते हैं कि ‘सुत्ते शेर नूं जगा दित्ता गिया’।
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मकान मालिक ने इसकी जानकारी पूर्व मेयर सुरेश सहगल को दी। सहगल मौके पर पहुंचे तो इंस्पैक्टर में कहासुनी हो गई। मकान मालिक ने आरोप लगाया कि इंस्पैक्टर ने उससे 10,000 रुपए रिश्वत मांगी। पूर्व मेयर सुरेश सहगल के मुताबिक उनके क्षेत्र फगवाड़ा गेट में गरीब ब्राह्मण परिवार नानकशाही ईंटें निकाल कर नई दीवार बना रहे थे। जिस बारे नोटिस आया था।
पूर्व मेयर ने आरोप लगाया कि बिल्डिंग इंस्पैक्टर द्वारा बिल्डिंग मालिक से 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। उन्होंने कहा कि इस जगह के आगे मेन रोड पर 3 दुकानें बनी हुई हैं। अगर इस स्थान को कब्जा बताया जा रहा है तो वे 3 दुकानें भी कब्जे वाले स्थान पर बनी होंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।
देखें सुरेश सहगल का दंगल LIVE
https://youtu.be/c3KpmKwZdNM






