कांवड़ यात्रा आज से शुरू, दिल्ली-हरिद्वार के बीच कांवड़ियों का तांता, पढ़ें ट्रैफिक प्लान

Daily Samvad
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नई दिल्ली। सावन मास का कांवड़ मेला बुधवार को विधिवत शुरू हो जाएगा। मेला शुरू होने से एक दिन पहले ही बड़ी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंच गए हैं। बुधवार से हरिद्वार में पहले चरण का ट्रैफिक प्लान लागू हो जाएगा। बसें घूमकर आने से दिल्ली से हरिद्वार की दूरी बढ़ जाएगी।

उत्तर भारत के सबसे बड़े मेले कांवड़ मेले में करोड़ों की संख्या में शिव भक्त हरिद्वार पहुंचते हैं। मंगलवार को भी हजारों की संख्या में कांवड़िये हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों को रवाना हुए। हरिद्वार पुलिस प्रशासन का कहना है मेले के लिए पूरी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। दो चरणों का ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया है।

हाईवे पर भारी वाहन बंद : कांवड़ यात्रा की शुरुआत के साथ ही भारी वाहनों को हरिद्वार हाईवे पर प्रवेश दिन के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस ने दो चरणों में ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। प्लान का पहला चरण 17 जुलाई से शुरू होकर 23 जुलाई तक चलेगा। दूसरा चरण 24 जुलाई को शुरू होकर मेला समाप्ति 30 जुलाई तक लागू रहेगा।

बंद रहेगा अयोध्या फोरलेन, फैजाबाद रोड पर विशेष व्यवस्था की जाएगी

गोरखपुर क्षेत्र में कांवड़िये अयोध्या से सरयू का जल लाकर 30 जुलाई को तेरस पर शिवालयों में भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। कांविड़यों का जत्था 26 जुलाई से ही अयोध्या के लिए रवाना होने लगेगा। वापसी 29 जुलाई की रात तक होती है। इसके चलते गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन संतकबीरनगर-बस्ती से अयोध्या के बीच चार दिन बंद रहेगा।

लखनऊ में सीतापुर रोड और हरदोई रोड से कांवड़िए हर साल आते हैं। आगे जा कर ये कांवड़िए बाराबंकी स्थित महादेवा में जल चढ़ाते हैं। खास बात यह है कि अदब के इस शहर में कांवड़ियों के लिए अलग से ट्रैफिक नहीं रोका जाता है। फैजाबाद रोड पर विशेष रूप से कई जगह कांवड़ियों के लिए शेड और जलपान की व्यवस्था रहती है।

एनएसजी और एटीएस की टीमें सुरक्षा में तैनात रहेंगी 

नोएडा और गाजियाबाद में बुधवार से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। आतंकी हमले के इनपुट के चलते यात्रा के दौरान एनएसजी के जवान और एटीएस की टीमें तैनात रहेंगी। हेलीकॉप्टर और 17 ड्रोन कैमरो से निगरानी की जाएगी। 25 जुलाई को मेरठ जोन में हेलीकॉप्टर आएगा, जो निगरानी के साथ ही कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा भी करेगा।

कावड़ियों को रखना होगा पहचान-पत्र

इस बार कावड़ियों को पहचान-पत्र रखना अनिवार्य होगा और कांवड़ बेड़ों का पंजीकरण कराना होगा। गढ़मुक्तेश्वर से कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए शुक्रवार से लेकर सोमवार तक हाईवे पर बड़े वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।

ऐतिहासिक श्रावणी मेला बुधवार से शुरू होगा। पूरे सावन झारखंड, बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत देशभर के कांवड़ियों की कतार लगेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा वैद्यनाथ के जलाभिषेक के लिए इस बार 40 से 45 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। देवघर में जलार्पण के बाद श्रद्धालु दुमका जिले के बासुकीनाथ धाम जाते हैं। मेले का उद्घाटन सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे।















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