इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन ने जिस कर्मचारी को बताया भ्रष्टाचारी, सरकार ने उसे जालंधर में ही दे दी तैनाती, ईओ ने की ज्वाइनिंग रद्द, विवाद बढ़ा

Daily Samvad
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भ्रष्टाचार के आरोपी ‘बाबी’ की घर वापसी पर दलजीत सिंह आहलूवालिया को आया गुस्सा, लिखी चिट्ठी

डेली संवाद, जालंधर
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया ने जिस कर्मचारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सरकार से शिकायत की थी, सरकार ने उसकी फिर से जालंधर में ही तैनाती कर दी है। यही नहीं, चेयरमैन के नाक के नीचे उक्त कर्मचारी ने मंगलवार सुबह ज्वाइनिंग भी कर ली। बात जब चेयरमैन को पता चली तो उन्होंने इसकी ज्वाइनिंग ही रद्द करवा दी। हालांकि संजीव कालिया ने कहा है कि उनकी ज्वाइनिंग कोई रद्द नहीं कर सकता है।

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इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के सीनियर सहायक संजीव कालिया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सरकार को चिट्ठी भेजी थी। जिस पर सरकार ने उसे करतारपुर ट्रांसफर कर दिया था। लेकिन संजीव कालिया मंगलवार सुबह अचानक फिर से जालंधर ट्रस्ट में पहुंच गया। यही नहीं, ट्रस्ट में नौकरी भी ज्वाइन कर लिया।

चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया को जब ये पता चला तो उन्होंने ईओ जतिंदर सिंह से मामले की बातचीत की। जिससे देर शाम संजीव कालिया की ज्वाइनिंग रद्द कर दी गई। इस संबंध में दलजीत सिंह आङलूवालिया ने फिर से स्थानीय निकाय विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने संजीव कालिया पर बड़े ही गंभीर आरोप लगाए हैं।

पढ़ें चेयरमैन का पूरा पत्र

चेयरमैन के पावर को चुनौती

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया द्वारा जिस तरह से चिट्ठी लिखकर करप्शन के आरोप मुलाजिम संजीव कालिया पर लगाए गए हैं, उसके बावजूद सरकार द्वारा उसे जालंधर में पोस्टिंग देना, बात हजम नहीं हो रही है। मुलाजिमों में सीधे तौर पर चर्चा यह है कि आरोपों से घिरे संजीव कालिया सीधे तौर पर चेयरमैन को चुनौती दे रहा है। इसमें उसके कुछ पुराने मुलाजिम पूरा साथ दे रहे हैं। जिससे चेयरमैन और ईओ को बिना बताए ही संजीव कालिया की ज्वाइनिंग करवा दी गई है।

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करप्शन दबाने के लिए करवाई पोस्टिंग

चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया ने चिट्ठी में लिखा है कि संजीव कालिया ने जालंधर में तैनाती के वक्त कई तरह के करप्शन किए। जिसकी जांच के लिए सरकार को पत्र लिखा गया है। अब इसी जांच को प्रभावित करने के लिए संजीव कालिया ने सांठगांठ से दोबारा जालंधर में अपनी तैनाती करवा लिया।

क्या कहते हैं संजीव कालिया

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के सीनियर सहायक संजीव कालिया ने कहा है कि सरकार के आदेश पर जालंधर में ज्वाइनिंग किया। इसे ईओ रद्द नहीं कर सकते हैं। यह सरकार का आदेश है। मेरी ज्वाइनिंग नहीं रोक सकते हैं। मेरे ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह भी झूठा है।




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