नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाई गई रोक 15 जुलाई तक जारी रहेगी। डीजीसीए ने शुक्रवार को इंटरनेशनल एयर ट्रैवल सस्पेंड किए जाने के बारे में जानकारी दी। इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जून-जुलाई तक शुरू की जा सकती हैं। डीजीसीए के आदेश के मुताबिक, इस फैसले का असर अंतरराष्ट्रीय कार्गो फ्लाइट्स और विशेष उड़ानों पर नहीं पड़ेगा। देश में 25 मई से घरेलू उड़ानें शुरू कर दी गई हैं। 21 मई को इसके लिए डिटेल गाइडलाइंस भी जारी की गई थीं।
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देश के करीब 20 हवाईअड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। इन एयरपोर्ट्स से 55 देशों के 80 शहरों तक पहुंच सकते हैं। दुनिया के कई देश कोरोना की चपेट में हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी रखना जरूरी है। स्टेटिस्टा के मुताबिक, भारत में 2019 में करीब 7 करोड़ लोगों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सफर किया।
1.82 लाख से ज्यादा भारतीय लौटे
सरकार वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को देश वापस ला रही है। इस मिशन का देश में अब तीसरा चरण चल रहा है। 11 जून को शुरू हुए तीसरे चरण में 24 जून तक 1 लाख 82 हजार 313 यात्रियों को वापस लाया गया है। इसके लिए 1441 फ्लाइट चलाई गईं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 23 मई को फेसबुक लाइव सेशन में सवालों के जवाब दिए थे। उन्होंने कहा था कि अगस्त-सितंबर से पहले हम इंटरनेशनल फ्लाइट्स सेवाएं शुरू कर सकते हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइंस पूरी तरह से तैयार हैं। हम इन्हें जून-जुलाई में भी शुरू कर सकते हैं।
12 अगस्त तक सभी रेगुलर ट्रेनें रद्द
कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए रेलवे ने सभी रेगुलर ट्रेनों को रद्द कर दिया है. रेलवे बोर्ड ने कहा कि सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन सेवाओं के साथ उपनगरीय ट्रेनें 12 अगस्त तक रद्द रहेंगी. उन्होंने बताया कि सभी स्पेशल ट्रेनें चलती रहेंगी. इसके तहत 12 मई से राजधानी के मार्ग पर चल रहीं 12 जोड़ी ट्रेनें तथा एक जून से चल रहीं 100 जोड़ी ट्रेनें जारी रहेंगी।
अधिकारियों ने बताया कि जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिए हाल में मुंबई में सीमित तौर पर शुरू की गई विशेष उपनगरीय सेवा भी जारी रहेगी. रेलवे बोर्ड के आदेश में कहा गया है, ‘एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गई टिकट रद्द की गई है. सारी राशि लौटा दी जाएगी.’ इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक सभी ट्रेनों को रद्द किया था।
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कैसे मिलेगा ट्रेन के कैंसिल टिकट का रिफंड?
कैंसिल की जा रही ट्रेनों के टिकट का पूरा पैसा रिफंड होगा. रेलवे के मुताबिक यात्री अपने टिकट का पैसा रेलवे के काउंटर से जाकर ले सकेंगे. इसके लिए यात्री को रेलवे काउंटर पर अपना पुराना टिकट दिखाना होगा, फिर उसे वहीं से कैश में रिफंड मिल जाएगा। वहीं, जिन लोगों ने इंटरनेट के माध्यम से टिकट बुक किया है उन्हें रेलवे की तरफ से उनके खाते में डायरेक्ट पैसा रिफंड कर दिया जाएगा।
रेलवे के मुताबिक यात्री कैंसिल टिकट का रिफंड अपने यात्रा की तारीख के बाद से 6 महीने तक ले सकते हैं. यानी 1 जुलाई की यात्रा वाले टिकट के कैंसिल होने पर यात्री दिसंबर तक उसका रिफंड ले सकते हैं. रेलवे ने इतना लंबा समय काउंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसलिए दिया है।








