अब बहन-बेटियों के लिए कोई खतरा नहीं बन सकता: सीएम योगी

Daily Samvad
6 Min Read

डेली संवाद, मेरठ
क्रांतिधरा में मेजर ध्यानचंद खेल यूनिवर्सिटी के शिलान्यास में सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में यहां पर आस्था और बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हुआ था। दंगों के श्रृंखला के माध्यम से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ का प्रयास हुआ था, लेकिन जब 2017 में भाजपा सरकार आई तो प्रदेश में दंगे बंद हुए। जिस कांवड़ यात्रा को रोक दिया गया था, वह फिर से शुरू हो चुकी है। यही नहीं, अब बहन-बेटियों के लिए कोई खतरा नहीं बन सकता।

यह बातें उन्होंने रविवार को मेरठ के सलावा में करीब 91 एकड़ भूमि में सात सौ करोड़ की लागत से बनने वाले प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में एकलव्य क्रीड़ा कोच की स्थापना की है, जो खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के लिए योग्य प्रशिक्षण और कोचिंग की व्यवस्था करेगा। साथ ही उन्हें फेलोशिप देने और उन्हें हर प्रकार का उत्तम माहौल देने का कार्य भी करेगा।

उन्होंने कहा कि सरकार उन सभी खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यवाही कर रही है, जो ओलंपिक, राष्ट्र मंडल खेलों, एशियन गेम्स या किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में स्थान प्राप्त करेंगे, उनका शासन की सेवाओं में समायोजन हो सके और उन्हें सम्मान प्राप्त हो सके और फिर वह अपनी प्रतिभा का लाभ नई पीढ़ी को दे सकें। इस दिशा में भी सरकार ने निर्णय लेकर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मेरठ और पश्चिमी यूपी का यह क्षेत्र अत्यंत समृद्धशाली रहा है। प्रदेश सरकार ने एक जनपद, एक उत्पाद के तहत जब मेरठ के लिए स्पोर्ट्स आइटम को रखा था। आज देश ही नहीं, दुनिया के तमाम उत्कृष्ट खिलाड़ी मेरठ में बने स्पोर्ट्स आइटम का उपयोग करते हैं।

पिछली सरकारों में हुई थीं विसंगतियां: सीएम

उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश अपनी ऊर्जा और अपनी प्रतिभा के लिए जाना जाता है। यहां का किसान और जवान सदैव न केवल राष्ट्र् की सेवा के लिए, बल्कि अन्न उत्पादन में भी अपना योगदान दिया है। हर प्रकार से यह भूमि, ऊर्वरा भूमि रही है। हजारों वर्षों का इसका अपना इतिहास है, लेकिन पिछली सरकारों में जिस प्रकार की विसंगतियां पैदा हुई थी।

सीएम योगी ने कहा कि खेलो इंडिया खेलो के माध्यम से देश की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को जिस प्रकार से प्रेरित किया है, वह अभूतपर्वू है, अभिनंदनीय है और उसका परिणाम हमें अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पदर्धा के साथ ही पिछले साल टोक्यो ओलंपिक और पैरा ओलंपिक में देखने को मिला, जब भारत के खिलाड़ियों का सबसे बड़ा जत्था ओलंपिक में तो गया ही, पहली बार इतने मेडल खिलाड़ियों ने जीते और प्रधानमंत्री ने हर खिलाड़ी को प्रोत्साहित किया और सम्मानित किया।

सांसद खेल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को अभूतपूर्व सफलता मिली

सीएम योगी ने कहा कि आज हम जब मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना कर रहे हैं, इसके पीछे भी कारण अभी हाल ही में आपने देखा होगा। सांसद खेल प्रतियोगिता प्रतिस्पर्धा देश के हर क्षेत्र में हुआ। ग्रामीण स्तर से लेकर जनपद तक हजारों खिलाड़ियों ने एक-एक संसदीय क्षेत्र में अलग-अलग खेलों में अपने आप को आगे बढ़ाने का एक अवसर देखा। खिलाड़ियों को अभूतपूर्व सफलता मिली।

डबल इंजन की सरकार युवाओं के दशकों पुराने सपनों में रंग भर रही है। युवाओं को खेलों में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर अपना जौहर दिखाने के लिए मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय मील का पत्थर साबित होने वाला है। इससे युवाओं को खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने का मौका मिलेगा और खेलेगा यूपी, जीतेगा यूपी।

राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आधार पर मिलेगी स्नातक की डिग्री

सात सौ करोड़ की लागत से मेरठ के सरधना तहसील के सलावा में बनने वाले मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय में युवाओं को सभी प्रकार के खेलों का शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जाएगा और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आधार पर स्नातक की डिग्री दी जाएगी। विश्वविद्यालय से बैचलर डिग्री इन स्पोर्ट्स, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, परानास्तक, एमफिल और पीएचडी आदि कोर्स होंगे। विश्वविद्यालय में 540 पुरुष और 540 महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने की व्यवस्था होगी।

करीब 91 एकड़ में बनने वाले इस विश्वविद्यालय में इंडोर स्टेडियम, सिंथेटिक रनिंग स्टेडियम, सिंथेटिक हॉकी मैदान, ओलंपिक स्तरीय स्वीमिंग पूल, फुटबाल मैदान, वालीबॉल कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, हैंडबाल, कबड्डी मैदान, लॉन टेनिस कोर्ट, जिम्नेजियम हॉल, मल्टीपरपज हॉल, शूटिंग रेंज, स्क्वैश जिम्नास्टिक, वेट लिफ्टिंग, तीरंदाजी, क्याकिंग एंड कैनोइंग, अत्याधुनिक टर्फ मैदान, साइकिलिंग ट्रैक और योगा हॉल आदि होंगे। इसके अलावा एथलेटिक्स, आउटडोर गेम्स, ट्रैक एंड फील्ड, जैवलिन थ्रो, भारोत्तोलन, कुश्ती, बाक्सिंग सहित पारंपरिक खेल मलखम्ब और खोखो का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। गंगनहर में रोविंग और राफ्टिंग जैसे जलीय खेलों का प्रशिक्षण भी होगा।















Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *