Punjab News: विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस समारोह में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने प्राकृतिक खाद्य अभ्यास अपनाने पर दिया ज़ोर

Daily Samvad
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Dr. Balbir Singh

डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के स्वस्थ समाज के निर्माण और पंजाब को पुनः “रंगला पंजाब” बनाने के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से, पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह (Dr Balbir Singh) ने बुधवार को प्राकृतिक खेती की ओर लौटने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पहले के समय में खेतों में मेंढ़क और केंचुए ही प्राकृतिक खाद के रूप में काम करते थे और फसल की वृद्धि के साथ-साथ पौष्टिक भोजन का उत्पादन करते थे, बिना किसी रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों के प्रयोग के।

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गंदगी और खाद्य जनित बीमारियों से बचा जा सके

डॉ. बलबीर सिंह फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफ.डी.ए.) पंजाब द्वारा “विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस–2025” के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस वर्ष की वैश्विक थीम “फूड सेफ्टी: साइंस इन एक्शन” के तहत महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (एम.जी.एस.आई.पी.ए.) में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों के नेतृत्व में कई सत्र आयोजित किए गए, जिनमें पंजाब की संदर्भ में खाद्य सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया।

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अपने संबोधन के दौरान, डॉ. बलबीर सिंह ने मिट्टी के स्वास्थ्य और मानव सेहत के बीच के गहरे संबंध को रेखांकित करते हुए ताजे और जैविक भोजन की वकालत की और इसे अच्छी सेहत की नींव बताया। उन्होंने यह साझा किया कि वे स्वयं अपने घर में बागवानी कर रसायन मुक्त और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन करते हैं। उन्होंने साफ-सुथरा खाना पकाने और पोषणयुक्त भोजन तैयार करने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया ताकि गंदगी और खाद्य जनित बीमारियों से बचा जा सके।

नागरिक को शुद्ध और मिलावट रहित भोजन मिले

एफ.डी.ए. की जिम्मेदारी को रेखांकित करते हुए मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रयोगशालाओं को उन्नत करें और मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त नियम लागू कर खाद्य सुरक्षा उपायों को और मज़बूत बनाएं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “सिर्फ खाद्य नमूने इकट्ठा करना ही काफी नहीं है; एफ.डी.ए. को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर नागरिक को शुद्ध और मिलावट रहित भोजन मिले।”

उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे खाद्य विक्रेताओं के बीच स्वच्छता के मानकों को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाते रहें।

लोगों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम बनाने की दिशा में, डॉ. बलबीर सिंह ने उन्हें मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया, जिनमें दूध, पनीर, मसालों और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं की 150 से अधिक मानकों पर जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा, “ये वैन हमारे खाद्य मिलावट विरोधी अभियान का एक महत्वपूर्ण साधन हैं – मैं प्रत्येक व्यक्ति से अपील करता हूँ कि वह अपने खाद्य पदार्थों की जांच ज़रूर करवाए।”

सरकारी स्वास्थ्य पहलों में तेज़ी लाने की अपील की

मंत्री ने संतुलित आहार और सूचित खाद्य विकल्पों की आवश्यकता पर भी बल दिया और एफ.डी.ए. से पोषण आधारित जन जागरूकता अभियानों एवं सरकारी स्वास्थ्य पहलों में तेज़ी लाने की अपील की। अपने समापन संबोधन में, डॉ. बलबीर सिंह ने सभी पंजाबवासियों से “सही खाओ, स्वस्थ रहो” के सिद्धांत को अपनाने और एक सेहतमंद एवं पोषित पंजाब के निर्माण में योगदान देने की अपील की।

इससे पहले, एफ.डी.ए. पंजाब के कमिश्नर दिलराज सिंह ने वैज्ञानिक अनुप्रयोग और जन जागरूकता के माध्यम से खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। गडवासू के वाइस चांसलर डॉ. जे.पी.एस. गिल ने अपने संबोधन में दीर्घकालिक सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने हेतु स्थानीय खाद्य प्रणालियों और वैज्ञानिक अभ्यासों के समन्वय पर ज़ोर दिया।

पी.जी.आई. चंडीगढ़ की डॉ. पूनम खन्ना ने पंजाब में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की पोषण स्थिति से संबंधित आंकड़े प्रस्तुत किए, जबकि स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय, पंजाब की डॉ. निहारिका ने राज्य में कुपोषणजन्य रोगों के प्रसार और प्रबंधन पर विचार साझा किए। गडवासू के सहायक प्रोफेसर डॉ. मनवेश ने दूध और दुग्ध उत्पादों में मिलावट से संबंधित चिंताओं को उजागर किया और इसे खाद्य सुरक्षा का एक प्रमुख मुद्दा बताया।

ये रहे उपस्थित

फूड इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम के दौरान अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए, जिसमें पेप्सिको के डायरेक्टर (साइंटिफिक एंड रेगुलेटरी) शमिंदर पाल सिंह और निक बेकर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर विनोद मित्तल ने खाद्य सुरक्षा मानकों को बनाए रखने में उद्योग की भूमिका और पहलों को रेखांकित किया।

कार्यक्रम में हेल्दी अर्थ द्वारा आयोजित एक दिलचस्प मिलेट-आधारित भोजन सत्र और विश्व प्रसिद्ध शेफ विकास खन्ना के साथ एक विशेष बातचीत भी आयोजित की गई। इस अवसर पर फूड कमीशन पंजाब के चेयरमैन बाल मुकुंद शर्मा, जॉइंट कमिश्नर फूड सेफ्टी डॉ. अमित जोशी और फूड सेफ्टी पंजाब की डायरेक्टर लैब्स रवनीत कौर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।














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