Punjab News: 378 सड़कों की मरम्मत जारी, 325 किलोमीटर हिस्से को किया गया अपग्रेड

Daily Samvad
3 Min Read
Harbhajan Singh ETO

डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. (Harbhajan Singh ETO) ने आज एस.ए.एस. नगर में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की व्यापक समीक्षा की।

टेंडर प्रक्रिया जारी

बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया गया कि लिंक सड़कों की विशेष मरम्मत की पहल के अंतर्गत 378 सड़कों (रोड ग्रुपों) के निर्धारित हिस्सों के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है।

यह भी पढ़ें: जालंधर नगर निगम को लंदन कार्निवाल के आयोजकों ने लगाई 22 लाख रुपए की चपत!

हरभजन सिंह ईटीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टेंडर प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि जनता की सुविधा सुनिश्चित की जा सके और निर्माणाधीन कार्यों को समय पर पूरा किया जा सके। उन्हें यह भी बताया गया कि नाबार्ड के तहत कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं और जुलाई के अंत तक विभिन्न टेंडर आवंटित कर दिए जाएंगे।

विभाग ने 14.29 प्रतिशत खर्च की बचत की

पीएमजीएसवाई योजना के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि कुल 581 किलोमीटर में से 286 किलोमीटर लिंक सड़कों के लिए बोली प्रक्रिया खोली जा चुकी है। गौरतलब है कि पीएमजीएसवाई योजना के तहत 325 किलोमीटर हिस्से के उन्नयन कार्यों की टेंडर अलॉटमेंट प्रक्रिया में विभाग ने 14.29 प्रतिशत खर्च की बचत की है, जो कि संसाधनों के कुशल प्रबंधन और वित्तीय जिम्मेदारी को दर्शाता है।

कैबिनेट मंत्री ने सुलतानपुर लोधी से कपूरथला एमडीआर सेक्शन तक सड़क धंसने के मुद्दे को विशेष रूप से संबोधित करते हुए विशेष सचिव (पीडब्ल्यूडी) को इस संबंध में ठोस उपायों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सीआरआईएफ फंडिंग के सर्वोत्तम उपयोग पर भी बल दिया।

ये रहे शामिल

गुजरात में हाल ही में हुई पुल ढहने की घटना के मद्देनज़र लोक निर्माण मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को पंजाब भर में पुलों की संरचनात्मक जांच सुनियोजित ढंग से करने और सभी संरचनाओं की सुरक्षा प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग श्रीमती हरगुंजीत कौर, इंजीनियर-इन-चीफ गगनदीप सिंह, मुख्य इंजीनियर अनिल गुप्ता, रामतेश बैंस, राकेश गर्ग, विजय कुमार चोपड़ा और अधीक्षण अभियंता शामिल थे।















Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *