डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर में बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों के खिलाफ पंजाब एस्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के चेयरमैन अजोय कुमार सिन्हा से शिकायत की गई है। आरोप है कि जालंधर में PSPCL के कुछ अधिकारियों द्वारा लोड चेक रिपोर्ट (LCR) में भारी गड़बड़ी की जा रही है। जिससे विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है, जबकि अफसर अपनी जेबें भर रहे हैं।
जालंधर (Jalandhar) के आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह ने पीएसपीसीएल (PSPCL) के चेयरमैन अजोय कुमार सिन्हा से शिकायत की है। करणप्रीत सिंह की शिकायत के मुताबिक जालंधर में बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। इस बड़े घोटाले में PSPCL के कुछ बड़े अधिकारी और निचले स्तर के अफसर की मिलीभगत है। उन्होंने इस संबंध में कई दस्तावेज भी PSPCL के चेयरमैन को उपलब्ध कराया है।
इन अफसरों के खिलाफ शिकायत
जालंधर के करणप्रीत सिंह ने PSPCL के चेयरमैन अजोय कुमार सिन्हा को जालंधर के सुपरिंटैंडिंग इंजीनियर (SE) गुलशन कुमार चौटानी, एक्सईएन अवतार सिंह और सनी बांगड़ा के खिलाफ शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि PSPCL के बकाएदारों औऱ डिफाल्टरों पर मेहरबानी की जा रही है। आरोप है कि लाखों रुपए बिल जमा नहीं होता, बावजूद उस कनेक्शन को काटकर उसी उपभोक्ता को दूसरा मीटर अलाट कर दिया जाता है।
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करणप्रीत सिंह ने कहा है कि एलसीआऱ में गड़बड़ी कर के PSPCL अफसरों द्वारा अपनी जेबें भरी जा रही है। इस संबंध में उन्होंने कई दस्तावेज भी पेश किए। आरोप है कि शहर के बड़े डिफाल्टरों का कनेक्शन न काटकर उनसे सांठगांठ की जा रही है। इस संबंध में उन्होंने जांच कर के दोषी अफसरों के खिलाफ कार्ऱवाई की मांग की है।

अवैध कालोनी की कोठियों को बिजली कनेक्शन
करणप्रीत सिंह का आऱोप है कि वडिंग में एक अवैध कालोनी काटी गई, जिसके खिलाफ नगर निगम ने कार्ऱवाई की, यहां तक कि इस कालोनी में फर्जी एनओसी पकड़ी गई। कालोनाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लिखा गया। लेकिन यहां सांठगांठ से न केवल कोठियां बन गई, बल्कि इन कोठियों को PSPCL द्वारा मीटर भी जारी कर दिया गया।
3 करोड़ बकाया, फिर भी नया मीटर जारी
इसके अलावा नेशनल हाईवे पर जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन के पास एक होटल को बिजली का मीटर एप्रव्ड कर दिया गया, जबकि जिस प्रापर्टी पर होटल बना है, उससे 3 करोड़ रुपए बिल वसूल किया जाना है। बावजूद इसके अफसरों ने वहां नया कनेक्शन जारी कर दिया। इसके अलावा एक एक्सईएन पर एफआईआर और कई चार्जशीट दर्झ है, आऱोप है कि महकमे का ही कीमती सामान बेच कर लाखों रुपए अंदर किए गए।
अफसर भी रख सकते हैं अपना पक्ष
उधर, इस संबंध में जब PSPCL के संबंधित अफसरों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। अगर PSPCL का कोई अफसर इस खबर के संबंध में अपना पक्ष रखना चाहता है तो वह 9888190945 पर फोन कर सकता है, या फिर WhatsApp पर अपना पक्ष भेज सकता है। डेली संवाद उसे प्रमुखता से प्रकाशित करेगा।








