डेली संवाद, चंडीगढ़। Flood in Haryana News Update: हरियाणा (Haryana) में लगातार बारिश से यमुना, घग्गर, मारकंडा और टांगरी सहित अधिकतर नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी हैं, ताकि आपात स्थिति में त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके।
माैसम विभाग ने हरियाणा (Haryana) के 18 जिलों में आरेंज अलर्ट किया है, जिनमें यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल, जींद, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। हिसार, फतेहाबाद, कैथल और सिरसा में येलो अलर्ट है।

ढाई लाख एकड़ फसल प्रभावित
जगह-जगह जलभराव से प्रदेश में 40 हजार किसानों की ढाई लाख एकड़ से अधिक फसलें प्रभावित हो चुकी हैं। स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यालय पर बने रहने और पांच सितंबर तक कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रम्प की बड़ी साजिश बेनकाब! तो इसलिए भारत पर लगाया 50% टैरिफ?
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सोमवार को सभी सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों, उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा एसडीएम को लिखित आदेशों में मौसम विभाग की चेतावनी का उल्लेख करते हुए विभिन्न स्थानों पर बाढ़ की आशंका जताई है।

अधिकारी को अवकाश की अनुमति नहीं
ऐसे में मुख्य सचिव या गृह सचिव की स्वीकृति के बिना किसी भी अधिकारी को अवकाश की अनुमति न दी जाए। वहीं, जलभराव वाले क्षेत्रों में पंचायत सचिवों और पटवारियों को 24 घंटे सतर्क रहने को कहा गया है। उन्हें लगातार जिला मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी।
साथ ही सभी निजी और सरकारी स्कूलों के मुखियाओं को भवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छतों, कमरों की सफाई सहित बिजली फिटिंग की नियमित जांच का निर्देश देते हुए चेतावनी दी गई हैं कि अगर कोई हादसा हुआ तो उनकी जिम्मेदारी होगी। अगर कहीं स्कूलों में छुट्टी करनी पड़ती है तो भी टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ ड्यूटी पर रहेगा।

मुख्यमंत्री लगातार ले रहे अपडेट
मुख्यमंत्री नायब सैनी (CM Nayab Saini) के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। किसी भी जिले में अभी तक बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं हुई है। सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित करके लोगों की मदद की जा रही है।
सोमवार को बाढ़ संभावित जिलों अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद व हिसार के उपायुक्त, एसडीएम के साथ सिंचाई और स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारी पूरा दिन फील्ड में रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी लगातार जिलों में अधिकारियों के संपर्क में हैं और रिपोर्ट लेकर मुख्यमंत्री को अवगत करवा रहे हैं।






