डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab Flood Update: पंजाब (Punjab) में बाढ़ का पानी कम होने लगा है, लेकिन प्रभावित लोगों की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही बीमारी फैलने के बढ़ते खतरे को लेकर चेतावनी जारी कर दी है।
बीमारी फैलने का खतरा
अधिकारियों ने कहा कि त्वचा रोग, जल और खाद्य जनित रोग जैसे डेंगू, हैजा, टाइफाइड, डायरिया और हेपेटाइटिस ए और ई फैलने का खतरा है। स्वच्छ पेयजल की कमी, असुरक्षित भोजन, लंबे समय तक रुके हुए बाढ़ के पानी के संपर्क में रहना और स्वच्छता सुविधाओं का अभाव जैसी समस्याएँ है। इससे बीमारियों के तेज़ी से फैलने का ख़तरा बढ़ जाता है।

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चेतावनी में कहा गया है कि आम जल स्रोत अब सुरक्षित नहीं हैं। राज्य में भीषण बाढ़ से दो और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 48 तक पहुँच गई है, जबकि 1.76 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें नष्ट हो गई हैं। भाखड़ा बांध का जलस्तर 1677.39 फीट दर्ज किया गया है। भाखड़ा बांध की गोविंद सागर झील में खतरे का निशान 1680 फीट पर है। हालाँकि, वर्तमान में भाखड़ा बांध खतरे के निशान से लगभग 2.60 फीट नीचे है।

भाखड़ा बांध के चार गेट खोले
इसके साथ ही, भाखड़ा बांध के चार गेट सात-सात फीट तक खोल दिए गए हैं। भाखड़ा बांध में पानी की आवक 55,388 क्यूसेक है। भाखड़ा बांध से टर्बाइनों और गेटों के माध्यम से कुल 66,863 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। नंगल डैम से विभिन्न नहरों और सतलुज नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। नंगल हाइडल नहर में जलस्तर 9,000 क्यूसेक और आनंदपुर हाइडल नहर में जलस्तर 9,000 क्यूसेक है।






