डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर (Jalandhar) के भाजपा पार्षदों ने मेयर वनीत धीर और निगम अफसरों पर बड़ा आऱोप लगाया है। भाजपा पार्षदों ने कहा है कि शहर बदहाल है, लेकिन मेयर और कमिश्नर कोई काम नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के जो प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं, उनका नाम उदघाटन वाले पत्थरों पर लिखे जा रहे हैं, जबकि जो जीते पार्षद हैं उनका नाम नहीं लिखा जा रहा है।
भाजपा (BJP) पार्षद दल के नेता और वार्ड नंबर 50 के पार्षद मनजीत सिंह टीटू की अगुवाई में भाजपा पार्षदों ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ आरोप लगाए। मंजीत टीटू ने कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से बने प्रोजेक्ट अधर में लटके पड़े हैं, गलियां और सड़कें गंदगी से अटी पड़ी हैं और लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है। लेकिन नगर निगम के अफसर कोई काम नहीं कर रहे हैं।

फोलड़ीवाल प्लांट पूरी तरह से फेल
भाजपा नेता मंजीत टीटू ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करने वाला फोलड़ीवाल प्लांट पूरी तरह से फेल हो गया। प्लांट का मीटर जल गया और जनरेटर या बैकअप मीटर की सुविधा न होने के कारण प्लांट बंद हो गया। मॉडल टाउन समेत कई इलाकों में घरों, बेसमेंट और दुकानों में पानी जाने से लोगों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक किसी की जवाबदेही नहीं हुई है।
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इसके साथ ही शहर के कई इलाके अभी भी अंधेरे में डूबे हुए हैं। स्ट्रीट लाइटें खराब होना आम बात हो गई है, लेकिन प्रशासन खामोश है। ऐतिहासिक सोढल मेले के दौरान भी टूटी सड़कों ने नगर निगम की कारगुजारी की पोल खोल दी है। बारिश के पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया। सड़कों और चौराहों पर जमा पानी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया।

खतरे में लोगों का स्वास्थ्य
वहीं सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यह गंदा पानी कई जगहों पर पीने के पानी में मिल गया है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। शहर की जिस भी गली या मोहल्ले में गंदा पानी खड़ा है, वहां कभी भी बीमारी फैल सकती है, लेकिन शहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं देखी गई।
फैक्ट्री के निर्माण से लोगों में भारी रोष
इसके साथ ही बस्ती शेख में कूड़ा-खाद बनाने वाली एक फैक्ट्री के निर्माण से लोगों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि रिहायशी इलाकों और धार्मिक स्थलों के पास यह फैक्ट्री लगाना उनकी जान के साथ एक खतरनाक खिलबाड़ है। शहर के हर चौराहे पर कूड़े के ढेर लगे हैं। सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और शहर की खूबसूरती गंदगी में दब गई है।
फैल रही बीमारियाँ
हरे-भरे पार्क रेगिस्तान में तब्दील हो गए हैं, जहाँ लोगों के लिए न तो आराम की जगह है और न ही स्वास्थ्य के लिए कोई माहौल। टूटी सड़कों और गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा शिकार बाइक सवार हो रहे हैं। गंदगी और रुके हुए पानी के कारण डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियाँ फैल रही हैं।
नगर निगम करता बड़े-बड़े दावे
पार्षद चरणजीत कौर संधा ने कहा कि नगर निगम बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन ये सभी दावे केवल कागजों तक ही सीमित रह जाते हैं। शहर की दयनीय हकीकत आज प्रशासन की नाकामी को पूरी तरह से उजागर कर रही है।
इस अवसर पर गुरदीप सिंह (सेना), रिंपी प्रभाकर, रवि कुमार, शिवम शर्मा, मंजीत कौर, मीनू ढंड, राजीव ढींगरा, तरविंदर सोई, अजय कुमार बब्बल, राय भगत, ज्योति, शोभा माइनो आदि मौजूद थे।






