डेली संवाद, जालंधर। Smart City Jalandhar Scam News Update: जालंधर स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपए के कामों में भारी धांधली हुई है। स्मार्ट सिटी के घोटाले का मुद्दा कई साल से चल रहा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। केंद्रीय मंत्रियों ने जालंधर में प्रेस कांफ्रेंस कर जांच करवाने का वायदा किया था, लेकिन इलेक्शन के बाद इसकी जांच नहीं करवाई गई। अब स्मार्ट सिटी के घोटाले का जिन्न एक बार फिर से बाहर निकल आया है।
जालंधर (Jalandhar) स्मार्ट सिटी (Smart City Jalandhar) के 1000 करोड़ रुपए के कामों में हुए घोटाले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट करणप्रीत सिंह ने आरटीआई लगाई थी, जिसमें कई सारे जवाब मिले। इन जवाबों में सबसे बड़ा जवाब करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए पार्क को लेकर है।

इन पार्कों के बनाने में करोड़ों की धांधली
इसमें कहा गया है कि बेअंत सिंह पार्क, ग्रीन एरिया अंडर फ्लाई ओवर जालंधर स्मार्ट सिटी ऑपरेशन और मेंटेनेंस, इंडस्ट्रियल एरिया पार्क, टंकी वाला पार्क, अर्बन एस्टेट जालंधर लाजपत नगर और गुरु नानकपुरा पार्क, चौक कलां, मस्तराम पार्क और अग्रसेन पार्क के निर्माण में भारी गड़बड़ी की गई है। इसके लिए ठेकेदार तरविंदर सिंह पाल को बिना टैंडर के ही काम अलाट किया गया।
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अब केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के कामों की जांच करवाई जाए। इसके लिए स्मार्ट सिटी के सीईओ व निगम कमिश्नर गौतम जैन समेत ठेकेदार तरविंदर सिंह पाल के कामों की जांच होनी चाहिए। पढ़ें केंद्र सरकार ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा है।
स्मार्ट सिटी के 930 करोड़ों के कामों की जांच के आदेश

स्मार्ट सिटी के कामों की शिकायत











