डेली संवाद, शिमला। Himachal New Chief Secretary News Update: सरकार बड़ा प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी में है। ब्यूरोक्रेसी में बदलाव मुख्य सचिव से लेकर निचले स्तर पर होगा। इसके लिए नए मुख्य सचिव के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के नाम की चर्चा शुरू हो गई है। क्योंकि मौजूदा मुख्य सचिव को सेवा विस्तार पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है।
मामला हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के नए मुख्य सचिव (Chief Secretary) की तैनाती को लेकर है। हिमाचल प्रदेश के मौजूदा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना (IAS Prabodh Saxena Biography – Chief Secretary) के सेवा विस्तार की अवधि कल समाप्त हो रही है। ऐसे में नए मुख्य सचिव पद के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पंत (IAS K K Pant) का नाम लगभग तय माना जा रहा है।

डीजीपी के लिए नाम की चर्चा भी
पिछले एक महीने के दौरान जिस तरह की परिस्थितियां बनी हैं, उसमें तीन अतिरिक्त मुख्य सचिवों में से सबसे वरिष्ठ केके पंत को नए मुख्य सचिव के तौर पर देखा जा रहा है। प्रदेश सरकार में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) को नियमित पुलिस महानिदेशक (DGP) भी मिलेगा।
प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव व प्रदेश पुलिस महानिदेशक पद पर नियुक्तियां होने के तुरंत बाद बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा। प्रशासनिक फेरबदल में लंबे समय से एक स्थान पर बैठे एसडीएम के तबादले होंगे। प्रदेश में शहरी निकाय और पंचायत चुनाव घोषित होने से पहले एसडीएम बदले जाएंगे।
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मुख्य सचिव और प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) पद की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) वरिष्ठता के साथ-साथ काडर संतुलन को भी दृष्टि में रखेंगे। दिल्ली से मुख्यमंत्री सुक्खू सांय छह बजे शिमला (Shimla) लौट आए हैं।

कौन हैं IAS KK Pant?
मुख्य सचिव पद के लिए 1993 बैच के केके पंत प्रशासनिक क्षेत्र में स्वीकार्य नाम है। पंत मूलत: उत्तराखंड से संबंध रखते हैं और गत वर्ष ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं। पंत 31 दिसंबर, 2030 में सेवानिवृत्त होंगे। यदि वरिष्ठता को दृष्टिगत रखा जाए तो इस समय पंत संजय गुप्ता के बाद दूसरे स्थान पर हैं। लेकिन राज्य विद्युत बोर्ड में ताजा विवाद सामने आने के बाद 1988 बैच के संजय गुप्ता को मुख्य सचिव पद की दौड़ में नहीं माना जा रहा है।
ओंकार चंद शर्मा का क्या?
1994 बैच के ओंकार चंद शर्मा विमल नेगी मौत मामले में शपथ पत्र दायर करने के कारण हाशिये पर चले गए हैं। अनुराधा ठाकुर केंद्रीय प्रतिनियुक्त में पीएमओ में अहम जिम्मेदारी निभा रही हैं और 1994 बैच की हैं। इसके बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी नजीम का नाम शेष रहता है, ये 1995 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।

अशोक तिवारी कार्यकारी डीजीपी
डा. अतुल वर्मा के सेवानिवृत होने के बाद पिछले चार महीने से अधिक समय से अशोक तिवारी कार्यकारी प्रदेश पुलिस महानिदेशक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मुख्य सचिव की नियुक्ति के साथ-साथ प्रदेश सरकार नियमित पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति भी कर सकती है। इसी सरकार में सतवंत अटवाल भी डीजीपी का अतिरिक्त कार्यकारी जिम्मा निभा चुकी हैं।
वरिष्ठता में ये स्थिति
- 1988, संजय गुप्ता, 31 मई, 2026, हरियाणा, सिविल इंजीनियर
- 1993, कमलेश कुमार पंत, 31 दिसंबर, 2030, उत्तराखंड, मेकेनिकल इंजीनियर
- 1994, अनुराधा ठाकुर, 30 अप्रैल, 20230, बिहार, एमए साइक्लाजी
- 1994, ओंकार चंद शर्मा, 28 फरवरी, 2027, हिमाचल प्रदेश, सिविल इंजीनियर
- 1995, आरडी नजीम, 31 दिसंबर, 2028, तमिलनाडु, मेकेनिकल इंजीनियर

राज्य विद्युत नियामक में नियुक्ति
यदि मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को सेवा विस्तार प्राप्त नहीं होता है तो राज्य विद्युत नियामक आयोग में रिक्त हो रहे अध्यक्ष पद के लिए सक्सेना का नाम अंतिम माना जा रहा है। इसके पीछे कारण ये भी है कि पिछले दिनों दिल्ली से आई चयन कमेटी के सामने साक्षात्कार देने वालों में प्रबोध सक्सेना भी शामिल थे।
चयन समिति ने 14 आवेदनकर्ताओं में से दो नाम बंद लिफाफे में मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंप दिए हैं। साक्षात्कार देने वालों में प्रबोध सक्सेना के अलावा वन सेवा के अधिकारी राजीव सूद का नाम भी था।






