डेली संवाद, चंडीगढ़। IPS Y Puran Kumar Suicide Case Haryana News: हरियाणा के ADGP रैंक के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में नया मोड आ गया है। इस घटना के बाद पूरे ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचा हुआ है। यही, नहीं वाई पूरन कुमार के सुसाइड से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि उनकी पत्नी सीनियर IAS अफसर और साला आम आदमी पार्टी (AAP) से विधायक है।
आईपीएस वाई पूरन कुमार (IPS Y Puran Kumar) को सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के हाथों पुलिस पदक भी मिल चुका है। वाई पूरन कुमार का उच्च स्तरीय अफसरशाही से कई बार विवाद हुआ। उनकी धर्मपत्नी पी अमनीत कुमार (IAS P Amneet Kumar) हरियाणा काडर की साल 2001 की ही आईएएस (IAS) हैं और विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।

पत्नी IAS अफसर, सीएम के साथ जापान दौरे पर
आईपीएस वाई पूरन कुमार (IPS Y Puran Kumar) की पत्नी इस समय पी अपमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) के साथ जापान के (Japan) दौरे पर हैं। यह प्रतिनिधिमंडल आठ अक्टूबर को वापस आना है, लेकिन पता चला है कि विदेश में पति के साथ हुए हादसे की सूचना मिलते ही अमनीत कुमार वापस लौट रही हैं।
हरियाणा (Haryana) काडर के आईपीएस अधिकारी का विवादों से पुराना नाता रहा है। जूनियर अधिकारियों को पदोन्नति, मनपसंद सरकारी वाहन नहीं मिलने और एक अधिकारी-एक आवास की नीति को लागू कराने का मुद्दा उठाने सहित कई शीर्ष आईएएस-आईपीएस अधिकारियों से विवाद को लेकर वाई पूरन कुमार काफी चर्चाओं में रहे।

सीनियर अफसरों से रहता था विवाद
पिछले सप्ताह ही वाई पूरन कुमार को पीटीसी (पुलिस प्रशिक्षण केंद्र) सुनारिया का आईजी बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने रोहतक मंडल के आईजी रहते भिवानी की मनीषा की संदिग्ध मौत की जांच में अहम कड़ियां जोड़ते हुए जांच को नई दिशा दी थी। इस मामले में अब सीबीआई सबूत जुटा रही है। उन्हें आईजी रोहतक के पद पर लंबे समय बाद नियुक्ति मिली थी। इस नियुक्ति से पहले वह गैर महत्व के पदों पर कार्यरत रहे हैं।
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हरियाणा के मौजूदा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर से लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व गृह सचिव राजीव अरोड़ा और पूर्व डीजीपी मनोज यादव के खिलाफ उन्होंने कई बार मोर्चा खोला। इतना ही नहीं, पिछले साल उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के खिलाफ भी चुनाव आयोग को शिकायत कर दी थी।

जातिगत अफसरों के लिए लड़ाई
तब वाई पूरन कुमार ने आरोप लगाया था कि राज्य चुनाव आयोग जातिगत मामलों को देखते हुए अफसरों पर कार्रवाई कर रहा है। केवल अनुसूचित जाति के अफसरों को बदला जा रहा है, लेकिन स्वर्ण जाति के अफसरों को नहीं बदला जा रहा है। वाई पूरन कुमार ने वर्ष 2022 में तत्कालीन गृह सचिव राजीव अरोड़ा पर भेदभावपूर्ण तरीका अपनाकर पूर्व डीजीपी मनोज यादव के पक्ष में जांच रिपोर्ट देने का आरोप लगाया था।
यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में भी पहुंचा। नौ आईपीएस अधिकारियों को दो-दो सरकारी मकानों के अलाटमेंट के मुद्दे पर वाई पूरन कुमार ने काफी लंबी लड़ाई लड़ी। उनके द्वारा इसका विरोध करने के बाद संबंधित अधिकारियों से एक-एक सरकारी मकान खाली कराते हुए जुर्माना राशि वसूली गई थी। हरियाणा की अफसरशाही में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर इतना बोल्ड अधिकारी आत्महत्या करने के लिए क्यों मजबूर हो सकता है।

पत्नी IAS अफसर
वाई पूरन कुमार की धर्मपत्नी पी अमनीत कुमार हरियाणा काडर की साल 2001 की ही आईएएस अफसर हैं और विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी इस समय पी अपमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान के दौरे पर हैं। इस हादसे के बाद वे वापस लौट रही हैं।
AAP के MLA के जीजा
सुसाइड करने वाले आईपीएस वाई पूरन कुमार आम आदमी पार्टी से बठिंडा के विधायक अमित रतन के जीजा है। अमित रतन बठिंडा ग्रामीण से विधायक हैं। अमित रतन की बहन पी अमनीत आईएएस अफसर हैं, जो हरियाणा में ही तैनात है। इस समय वे सीएम नायब सिंह सैनी के साथ गए डिलेगशन में विदेश यात्रा पर हैं।

अब पढ़िए आत्महत्या की स्टोरी
आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार के रसोइए प्रेम सिंह ने सुसाइड को लेकर पुलिस को बयान दिया है। वाई पूरन कुमार चंडीगढ़ के सेक्टर-11 में कोठी नंबर 116 में रहते थे। उनके रसोइए प्रेम सिंह ने बताया कि मैं 6 साल से वाई पूरन कुमार के पास कोठी में खाना बनाने का काम करता हूं।
रसोइए के मुताबिक मंगलवार को सुबह 10 बजे सर मेरे पास आए और कहा कि वह नीचे बेसमेंट में जा रहे हैं। बेसमेंट में हॉल रूम के साथ 2 रूम बनाए हुए हैं जिनमें से एक में साउंड प्रूफ थिएटर है।
बेसमेंट में किसी को मत आने देना
रसोइए प्रेम ने आगे कहा कि साहब ने कहा कि वह जरूरी काम करने के लिए नीचे जा रहे हैं और वह आज अपने डॉग को भी घुमाने नहीं ले जाएंगे। इसलिए मैं किसी को भी नीचे न आने दूं। उनकी बेटी अमूल्या कुछ सामान लेने के लिए बाजार गई थी।
11 बजे सर आए और मुझे कहा कि दोपहर का खाना बना लूं, क्योंकि वह फिर से अभी नीचे ही जा रहे हैं। इस दौरान उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार ने 12 से 15 फोन किए हुए थे लेकिन वह रिसीव नहीं कर रहे थे। इसी कारण पत्नी ने बेटी को फोन किया।

कनपटी से खून बह रहा था
रसोइए ने कहा कि अमूल्या ने तुरंत मुझे फोन करके कहा कि सर को फोन रिसीव करने के लिए कहो। इस पर मैंने बताया कि सर नीचे कमरे में हैं और उन्हें डिस्टर्ब न करने को कहा गया है।
करीब पौने 1 बजे अमूल्या बाजार से आईं और बेसमेंट वाले कमरे में गईं तो सोफे पर बैठे साहब की कनपटी से खून बह रहा था। उसने तुरंत अपने मामा अमित रतन को फोन पर सूचना दी। अमित रतन बठिंडा ग्रामीण से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं।
संपत्ति पत्नी के नाम की
चंडीगढ़ पुलिस सूत्रों के अनुसार, वाई पूरण कुमार की जेब से 8 पेज का लेटर और एक पेज की वसीयत मिली। उन्होंने सारी संपत्ति अपनी पत्नी के नाम कर दी। लेटर में उन्होंने एक DGP रैंक के अधिकारी पर बेवजह नोटिस भेजकर परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने 30 से 35 IPS और कुछ IAS अफसरों पर प्रशासनिक दखल और भेदभाव के आरोप भी लगाए।






