डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: लुधियाना के एक दुखी परिवार के लिए पंजाब सरकार के एनआरआई मामलों के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा द्वारा समय पर की गई कार्रवाई बड़ा सहारा साबित हुई। कनाडा (Canada) में हुए सड़क हादसे में मारे गए 27 वर्षीय हरनूर सिंह का पार्थिव शरीर समय रहते लुधियाना पहुंचाया गया, जिससे परिवार को अपने बेटे को अंतिम विदाई देने का अवसर मिला।
हरनूर सिंह, प्रसिद्ध उद्योगपति गुरचरण सिंह के पुत्र थे। 6 अक्टूबर को वह ओरो-मेडोंटे (ओंटारियो) में मोटरसाइकिल पर जा रहे थे, जब एक नशे में धुत ट्रक चालक ने टक्कर मार दी। इस अचानक हुई घटना से परिवार गहरे सदमे में चला गया और विदेश से पार्थिव शरीर लाने की प्रक्रिया में कई बाधाएँ आईं, जो सामान्यतः कई दिन लेती है।

बादीश जिंदल ने निभाई अहम भूमिका
परिवार ने 8 अक्टूबर की रात वर्ल्ड एमएसएमई फोरम के अध्यक्ष बदिश जिंदल के माध्यम से मंत्री संजीव अरोड़ा (Sanjeev Arora) से संपर्क किया। साथ ही सीआइसीयू के प्रधान उपकार सिंह आहुजा ने भी परिवार की ओर से तुरंत सहायता की अपील की।
यह भी पढ़ें: जालंधर के अरमान अस्पताल में इलाज के दौरान मृत हुई टीचर के परिजनों को इंसाफ की दरकार
मामले की गंभीरता को समझते हुए मंत्री अरोड़ा ने विदेश मंत्रालय (एमइए) और भारतीय उच्चायोग ओटावा से रातोंरात तालमेल कर पूरी प्रक्रिया को तेज कराया।
परिवार गहरे शोक में
अपने पत्र में मंत्री अरोड़ा ने लिखा, ‘‘परिवार गहरे शोक में है। पंजाब सरकार के एनआरआई मामलों के कैबिनेट मंत्री के रूप में मैं विनम्र अनुरोध करता हूँ कि हरनूर सिंह का पार्थिव शरीर शीघ्र से शीघ्र भारत लाने हेतु दयापूर्वक हस्तक्षेप किया जाए।’’
मंत्री अरोड़ा की इस त्वरित कार्रवाई के बाद भारतीय दूतावास ने कनाडाई अधिकारियों के साथ मिलकर फास्ट-ट्रैक प्रक्रिया के तहत मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाया और पार्थिव शरीर की क्लीयरेंस दिलाई।
इसके परिणामस्वरूप हरनूर सिंह का पार्थिव शरीर कुछ ही दिनों में लुधियाना पहुंच गया और परिवार ने सिख रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया।







