डेली संवाद, चंडीगढ़। War Against Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नशों के खिलाफ चल रहे निर्णायक अभियान ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के आठ महीने पूरे हो गए हैं। इस दौरान कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 23,164 एफआईआर दर्ज कर 34,727 नशा तस्करों को 1512 किलो हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है।
पाँच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया
इस नशा विरोधी मुहिम की शुरुआत से ही पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव (DGP Gaurav Yadva) के निर्देशों तहत पंजाब पुलिस (Punjab Police) राज्य के सभी 28 पुलिस ज़िलों में रोज़ाना एक साथ अभियान चला रही है।

उल्लेखनीय है कि पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को विशेष निर्देश दिए हैं। साथ ही पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ इस जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में पाँच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।
12,700 रुपये की ड्रग मनी बरामद की
1512 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी के अलावा पंजाब पुलिस ने अब तक 533 किलो अफीम, 260 क्विंटल भूक्की, 35 किलो चरस, 523 किलो गांजा, 15 किलो आईसीई, 39 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल और 13.45 करोड़ रुपये की ड्रग मनी भी ज़ब्त की है।
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‘युद्ध नशों विरुद्ध’ अभियान के 245वें दिन पंजाब पुलिस ने 43 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4.6 किलो हेरोइन, 298 नशीली गोलियां और 12,700 रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।
39 FIR दर्ज की
इस ऑपरेशन के दौरान 45 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 800 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 100 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्यभर में 215 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके दौरान 39 FIR दर्ज की गईं। दिनभर चले इस अभियान में पुलिस टीमों ने 228 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने राज्य से नशों के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति – प्रवर्तन, नशा मुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) – लागू की है। इसी रणनीति के हिस्से के रूप में पंजाब पुलिस ने आज 22 व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास उपचार लेने के लिए राज़ी किया है।







