डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar Municipal Corporation Fake NOC News Update: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) में एक बार फिर से फर्जी एनओसी का जिन्न बाहर निकल आया है। शहर के एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने दावा किया है कि तीन कालोनियों में प्लाट की रजिस्ट्री करवाने के लिए 19 फर्जी एनओसी जारी की गई है। जिससे नगर निगम को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
जालंधर (Jalandhar) नगर निगम (Municipal Corporation) में फर्जी एनओसी (Fake NOC) जारी करने का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब ताजा मामला बस्तियात इलाके की कालोनियों के प्लाटों की फर्जी एनओसी (NOC) सामने आई है। इसकी शिकायत पंजाब विजीलैंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) से भी की गई है।

पूर्व एमटीपी और एटीपी की भूमिका संदिग्ध
जानकारी के मुताबिक जालंधर के बस्तियात इलाके में काटी गई कालोनियों में प्लाटों की 19 एनओसी फर्जी जारी हुई है। इसमें एक पूर्व एमटीपी और एटीपी की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। इसके साथ ही जालंधर में काटी गई एक अवैध कालोनी की 6 एनओसी फर्जी बताई गई है।
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आरटीआई एक्टिविस्ट का दावा है कि ये फर्जी एनओसी साल 2023 में जारी हुई हैं। उस समय सरकार ने बिना एनओसी के प्लाटों की रजिस्ट्री पर रोक लगा रखी थी। उसी समय ओल्ड फगवाड़ा रोड की एक कालोनी में फर्जी एनओसी पकड़ी गई थी, जिस पर कालोनाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को भी लिखा गया था।
इस नाम पर बनी फर्जी एनओसी
आरटीआई एक्टिविस्ट ने दावा किया है कि एनओसी नंबर PB/NOC/JUC/JALAN/106428- Date -07/08/2023 फर्जी है। इस एनओसी के बदले एक अफसर ने 64,530 रुफए भी जमा करवाया है। इसी तरह तीनों कालोनियों में करीब 19 फर्जी एनओसी जारी की गई है।
आरटीआई एक्टिविस्ट ने पंजाब विजीलैंस ब्यूरो में शिकायत करते हुए कहा है कि संबंधित निगम अफसरों और कालोनाइजरों के खिलाफ FIR दर्ज कर के सख्त कार्ऱवाई की जाए। आपको बता दें कि फर्जी एनओसी जारी करने का रैकेट कई साल से चल रहा है। जबकि अफसरों का कहना है कि बिल्डिंग ब्रांच से ऐसी कोई एनओसी ही जारी नहीं होती है।







