डेली संवाद, जालंधर/फतेहाबाद। Jalandhar News: जालंधर में स्क्रैप (कबाड़) का कारोबार करने वाले एक कारोबारी पर महिला ने बड़ा ही सनसनीखेज आरोप लगाया है। आरोप है कि उक्त कारोबारी ने महिला से 64 लाख रुपए की ठगी की है। बताया जा रहा है कि 64 लाख की ठगी करने के बाद कबाड़ कारोबारी जालंधर (Jalandhar) छोड़ गुजरात (Gujarat) शिफ्ट हो गया है। इस कबाड़ कारोबारी समेत उसकी पत्नी, पिता और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक हरियाणा (Haryana) के फतेहाबाद (Fatehabad) जिले में एक महिला से कबाड़ के व्यापार के नाम पर 64 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। महिला की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इकोनॉमिक सेल से जांच करवाई। इसके बाद अब साइबर क्राइम थाने में एक महिला समेत 6 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

इकोनॉमिक सेल ने की जांच
हरियाणा (Haryana) की महिला का आरोप है कि पहले आरोपी पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar) में रहते थे, लेकिन अब गुजरात के अहमदाबाद शिफ्ट हो गए हैं। आरोपियों में शामिल महिला ने शिकायतकर्ता से दोस्ती करके उसे झांसे में लिया। इसके बाद कबाड़ का कारोबार करने के नाम पर 64 लाख रुपए ठग लिए।
फतेहाबाद की महिला की 20 नवंबर को शिकायत मिलने के बाद पुलिस की इकोनॉमिक सेल ने पहले जांच की। इसके बाद अब साइबर थाना में मूलरूप से पंजाब के जालंधर निवासी निर्मल उर्फ मन्नत, उसके पति पवन शर्मा, निर्मल के ससुर कमलेश, उनके रिश्तेदार साहिल, सोनी और मेहुल चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 120बी के तहत केस दर्ज हुआ है।
पति से अलग रहती है महिला
फतेहाबाद के एसपी के नाम दी शिकायत में टोहाना के प्रेम नगर निवासी महिला मीता गुप्ता ने बताया है कि वह अपने पति से अलग होकर बेटे व बेटी के साथ रहती है। जालंधर की रहने वाली निर्मल उसकी दोस्त है। इस कारण उसके पति पवन व अन्य पारिवारिक सदस्यों से भी घनिष्ठ संबंध स्थापित हो गए थे।

कबाड़ के व्यापार में निवेश का दिया लालच
आरोप है कि निर्मल और उसके पति पवन ने उसे कबाड़ के व्यापार में निवेश करके कम समय में अधिक लाभ का प्रलोभन देकर विश्वास में लिया। इन दोनों ने शुरुआत में उससे आठ लाख रुपए लिए और लगभग एक महीने बाद सारा पैसा ब्याज समेत वापस कर दिया। जिससे उसका विश्वास बढ़ गया।
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पीड़ित महिला मीता गुप्ता ने बताया है कि उसने अपने सोने-चांदी के जेवर और 150 गज का प्लॉट गिरवी रखकर उन्हें पैसा दे दिया। अपने रिश्तेदारों-परिचितों से भी ऊंचे ब्याज पर ऋण लेकर पैसा उन्हें सौंप दिया। अब तक कुल 70 लाख रुपए उनकी बताई योजनाओं में निवेश किए।
60 लाख रुपए खातों में ट्रांसफर किए
पीड़ित मीता गुप्ता ने बताया कि 60 लाख रुपए पवन और निर्मल ने अपने खातों में लिए हैं। कभी-कभी आरटीजीएस और गूगल पे के माध्यम से अपने ससुर कमलेश के खाते में भी मंगवाते थे। कई अवसरों पर उन्होंने अपने रिश्तेदार साहिल और मेहुल के खातों में भी पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहा।
24 जून 2024 को निर्मल और पवन के कहने पर 10 लाख रुपए उनके रिश्तेदार सोनी को अपने घर से दिए। विश्वास बनाए रखने के लिए जब-जब उसने अपनी निवेशित राशि वापस मांगी, तो आरोपी समय-समय पर कुछ आंशिक राशि लौटाते रहे।

GST का छापा कहकर पैसे नहीं लौटाए
पीड़िता मीता गुप्ता ने शिकायत में बताया है कि अब तक निर्मल और उसके पति ने केवल 6 लाख 97 हजार 500 रुपए तथाकथित मुनाफे के रूप में उसको दिए हैं। इसके बाद अभी तक कोई पैसा नहीं दिया है। मीता गुप्ता ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ महीने से आरोपी पैसे लौटाने से कतराते रहे। हर बार किसी न किसी बहाने से भुगतान टालते रहे।
पीड़िता मीता गुप्ता ने बताया कि मई महीने में आरोपियों ने कहा कि उनकी कंपनी पर जीएसटी विभाग द्वारा छापा पड़ा है, इस कारण बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने झूठा बहाना बनाया कि बैंक मैनेजर तीन लाख रिश्वत मांग रहा है, ताकि खातों से पैसे ट्रांसफर हो सकें।
जालंधर छोड़कर अहमदाबाद भागे आरोपी
मीता गुप्ता के मुताबिक इस बहाने से पवन शर्मा के खाते में 1 लाख 20 हजार रुपए और ट्रांसफर करवा लिए। कुछ समय पहले उन्हें पता चला कि आरोपी और उसके पारिवारिक सदस्य जालंधर से मकान खाली करके अहमदाबाद के किसी नए किराए के मकान में रहने लगे हैं।
शिकायतकर्ता ने बताया है कि उन्हें पता चला है कि निर्मल और उसके पति पवन ने मिलकर अन्य कई व्यक्तियों को भी इसी प्रकार से ठगा है और वे जान बूझकर अहमदाबाद भाग गए है। आरोप है कि इन लोगों ने बहला-फुसलाकर उसकी जीवनभर की जमा-पूंजी और उधार ली गई धनराशि हड़पने का षडयंत्र रचा।






