डेली संवाद, चंडीगढ़। Haryana New DGP IPS Ajay Singhal News Update: हरियाणा पुलिस को नया पुलिस प्रमुख मिल गया है। यानी हरियाणा में नए डीजीपी की तलाश खत्म हो गई है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) से प्राप्त पैनल पर विचार-विमर्श के बाद हरियाणा के राज्यपाल ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय सिंघल को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है। अजय सिंघल को यह जिम्मेदारी कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से न्यूनतम दो वर्ष की अवधि के लिए सौंपी गई है।
हरियाणा (Haryana) के नए डीजीपी अजय सिंघल (DGP Ajay Singhal) की नियुक्ति को प्रदेश की कानून-व्यवस्था और पुलिस प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, यह नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय दिशा-निर्देशों और केंद्र सरकार के नियमों के अनुरूप की गई है। यूपीएससी द्वारा भेजे गए योग्य अधिकारियों के पैनल में से अजय सिंघल के नाम को अंतिम रूप दिया गया। उनकी नियुक्ति से हरियाणा पुलिस में स्थिरता और निरंतरता आने की उम्मीद जताई जा रही है।

सख्त प्रशासक माने जाते हैं अजय सिंघल
आईपीएस अजय सिंघल (IPS Ajay Singhal) एक अनुभवी और सख्त प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने लंबे सेवाकाल में पुलिस प्रशासन के विभिन्न अहम पदों पर कार्य किया है और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें जमीनी स्तर पर काम करने वाला अधिकारी माना जाता है, जिनकी छवि ईमानदार और निष्पक्ष पुलिस अधिकारी की रही है।
अजय सिंघल (IPS Ajay Singhal) ने अपराध नियंत्रण, संगठित अपराध, साइबर क्राइम और कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों में उल्लेखनीय कार्य किया है। उनके नेतृत्व में कई जिलों और विशेष इकाइयों में पुलिसिंग के नए प्रयोग किए गए, जिससे जनता का पुलिस पर भरोसा बढ़ा।
कानून-व्यवस्था सुधारना होगी प्राथमिकता
नए डीजीपी अजय सिंघल के सामने कई अहम चुनौतियां होंगी। हरियाणा जैसे तेजी से विकसित हो रहे राज्य में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना, साइबर अपराधों पर नियंत्रण, नशे के खिलाफ अभियान, महिला सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना प्रमुख मुद्दे हैं। इसके अलावा पुलिस बल के आधुनिकीकरण और प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
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सरकारी सूत्रों के अनुसार, अजय सिंघल की नियुक्ति से पुलिस प्रशासन में पेशेवर कार्यसंस्कृति को और मजबूती मिलेगी। माना जा रहा है कि वे तकनीक के बेहतर उपयोग, खुफिया तंत्र को सशक्त करने और जमीनी पुलिसिंग को मजबूत करने पर जोर देंगे।

दो वर्ष का निश्चित कार्यकाल
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, राज्य के पुलिस महानिदेशक को न्यूनतम दो वर्ष का कार्यकाल दिया जाना अनिवार्य है, ताकि वे बिना किसी दबाव के स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें। अजय सिंघल को भी यह स्थायित्व प्रदान किया गया है, जिससे वे दीर्घकालिक सुधारात्मक कदम उठा सकें।
अजय सिंघल की नियुक्ति से हरियाणा पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों में नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिल रहा है। पुलिस बल को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में विभागीय अनुशासन, कार्यक्षमता और जनता के साथ बेहतर तालमेल स्थापित होगा।
कुल मिलाकर, आईपीएस अजय सिंघल की डीजीपी के रूप में नियुक्ति को हरियाणा में मजबूत, पारदर्शी और प्रभावी पुलिस व्यवस्था की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि वे अपने कार्यकाल में प्रदेश की कानून-व्यवस्था को किस तरह नई दिशा देते हैं।






