जलवायु: लौंग के पौधे को गर्म और उमस वाली जलवायु की जरूरत होती है। यह 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में अच्छी तरह से बढ़ता है।

मिट्टी: लौंग के पौधे को रेतीली-दोमट, अच्छी तरह से सूखा हुआ मिट्टी की जरूरत होती है। आप घर पर ही मिट्टी का मिश्रण बना सकते हैं जिसमें 1 भाग रेत, 2 भाग मिट्टी और 1 भाग वर्मीकम्पोस्ट हो।

गमला: लौंग के पौधे के लिए मध्यम आकार का गमला चुनें। गमले में जल निकासी के लिए छेद होना जरूरी है।

रोपण: आप लौंग के बीज या कलम से पौधा लगा सकते हैं। बीज बोने के लिए, उन्हें 24 घंटे के लिए पानी में भिगो दें और फिर मिट्टी में 1 इंच गहराई तक बो दें। कलम लगाने के लिए, एक स्वस्थ पौधे से 4-6 इंच लंबी कलम लें और इसे मिट्टी में लगा दें।

पानी: लौंग के पौधे को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन इसे ज़्यादा पानी न दें। मिट्टी के सूखने पर ही पानी दें।

खाद: लौंग के पौधे को हर 2-3 महीने में एक बार खाद दें। आप जैविक खाद या NPK उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।

धूप: लौंग के पौधे को दिन में कम से कम 6 घंटे धूप की जरूरत होती है। इसे ऐसी जगह रखें जहाँ उसे सुबह की धूप मिले।

छंटाई: लौंग के पौधे को नियमित रूप से छांटते रहें। यह पौधे को स्वस्थ और आकार में रखने में मदद करेगा।

कीट और रोग: लौंग के पौधे को एफिड्स, थ्रिप्स और सफेद मक्खियों जैसे कीटों से प्रभावित हो सकता है। इन कीटों से बचाव के लिए आप नीम का तेल या जैविक कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं।

कटाई: लौंग के पौधे को लगाने के 3-4 साल बाद आप इसकी कटाई कर सकते हैं। फूल आने के बाद, लौंग को इकट्ठा करें और उन्हें छाया में सुखा लें।