10 साल में पीरियड्स: रेणुका शहाणे ने बताया कि 10 साल की उम्र में ही उन्हें पीरियड्स हो गए थे, जिसके कारण उन्हें शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ा।

गलत धारणाएं: कम उम्र में पीरियड्स होने के कारण उनके मन में कई गलत धारणाएं भी पैदा हुईं।

माँ का सहारा: रेणुका की माँ ने डायग्राम बनाकर उन्हें समझाया और इस मुश्किल दौर में उनका साथ दिया।

खुली बातचीत: रेणुका के घर पर पीरियड्स से जुड़े विषयों पर खुलकर बातचीत होती थी।

अकेलापन: स्कूल में उनकी किसी सहेली को पीरियड्स नहीं थे, जिसके चलते उन्हें अपनी बातें शेयर करने में देरी हुई और वे अकेलापन महसूस करने लगीं।

मानसिक प्रभाव: पीरियड्स के कारण होने वाले शारीरिक बदलावों और जानकारी के अभाव ने उन्हें मानसिक रूप से भी प्रभावित किया।

शरीर को छिपाना: रेणुका ने बताया कि उन्हें हमेशा ऐसा लगता था कि उन्हें अपने शरीर को छिपाना होगा, जिसका उनके आत्मविश्वास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

रूढ़िवादी सोच: पीरियड्स से जुड़ी गलत धारणाओं और सामाजिक दबाव के कारण रेणुका अपने शरीर और कपड़ों को लेकर रूढ़िवादी हो गईं।

प्रसिद्ध अभिनेत्री: रेणुका शहाणे हिंदी और मराठी फिल्मों और टीवी शो में अपनी भूमिकाओं के लिए जानी जाती हैं।

जागरूकता का प्रयास: रेणुका अपने अनुभवों को साझा करके महिलाओं और लड़कियों में जागरूकता लाने का प्रयास करती हैं।