डेली संवाद, जालंधर/कोच्चि
नन के यौन शोषण के आरोपी जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ नन का प्रदर्शन तेज हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेटिकन को नन ने यह तीसरी बार खत लिखा है। इससे पहले वह इसी साल 25 जनवरी और 25 जून को खत लिखकर आपबीती सुना चुकी हैं। बताया गया है कि अभी तक बिशप के खिलाफ कोई कारवाई न किए जाने से हताश नन ने 8 सितंबर 2018 को एक बार फिर खत लिखकर अपनी बात दोहराई है। चौंकाने वाली बात यह है कि अपने इस खत में उन्होंने आरोप लगाया है कि बिशप ने पहले दूसरी नन्स के साथ भी ऐसा व्यवहार किया है।
वेटिकन को लिखे खत में नन ने उनके साथ किए गए अपराध के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि कब-कब उन्हें शिकार बनाया गया और कैसे उन्हें और उनके समर्थकों को चुप कराने की कोशिशें की गईं। गौरतलब है कि पहले भी बिशप पर नन और उनके समर्थकों को पैसे और संपत्ति देकर मामले को दबाने की बात सामने आई थी।
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बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने भी सफाई दी है
वहीं, बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने भी सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि लगता है ये वही लोग हैं जो चर्च के खिलाफ हैं, वे इन सिस्टर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह एक साजिश है और कई लोग स्थिति का फायदा उठा रहे हैं, वे सिस्टर्स को लोगों के सामने रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने उसका भी बयान लिया और दोनों के बीच असमानता है। पुलिस ने इस बात पर गौर किया है कि कौन सच बोल रहा है। मुझे पता चला है कि नन प्रदर्शन कर रही हैं। यह उनका अधिकार है।
बता दें कि जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर केरल की नन से रेप का आरोप है। पीड़ित नन के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ भारत में वेटिकन के प्रतिनिधियों ने इंसाफ की गुहार लगाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खत में उन्होंने चौंकाने वाले खुलासा किया है। उन्होंने बिशप पर दूसरी नन के साथ भी ऐसे व्यवहार का आरोप लगाया है।
जालंधर पुलिस की कोई भूमिका नहीं – प्रवीण सिन्हा
बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर लगे रेप के आरोपों के मामले में जालंधर पुलिस कमिश्नर ने कहा, ‘केरल पुलिस यहां आई और हमने जांच में उनका सहयोग किया। जालंधर पुलिस की इसमें कोई भूमिका नहीं है।’ हालांकि, इसके बावजूद भी उन्होंने मदद का वादा किया। उन्होंने कहा, ‘यह जांच में सहयोग और कानून बनाए रखने तक सीमित होगा।’
क्राइम ब्रांच को सौंपने का निर्णय नहीं
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा था, ‘बिशप के खिलाफ इस मामले में पूरी जांच के लिए आईजी को निर्देश दिए गए हैं। आईजी ने बताया है कि जांच जारी है।’ इस दौरान डीजीपी ने यह भी बताया कि फिलहाल इस मामले को क्राइम ब्रांच को सौंपने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया है।