डेली संवाद, जालंधर/कोच्चि
यौन शोषण के आरोपी जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने भले ही अस्थाई रूप से अपने पद से इस्तीफा देकर अन्य पादरी को अपना प्रशासनिक पदभार सौंपा दिया है, लेकिन केरल में ननों का प्रदर्शन जारी है। फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कोच्चि में मिशनरीज आफ जीसस नन का प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा।
प्रदर्शन कर रही ननों ने कहा है कि जब तक आऱोपी बिशप की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इन ननों ने आरोप लगाया है कि बिशप ने भले ही इस्तीफा दे दिया है, लेकिन यह सब छलावा है। पुलिस जब तक बिशप को गिरफ्तार नहीं करती है, तब तक वे लोग चुप नहीं बैठेंगे।
यह है मामला
कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में नन ने आरोप लगाया है कि 2014 में जिले के कुरावलंगद क्षेत्र में एक अनाथालय के नजदीक एक गेस्ट हाउस में पहली बार उससे यौन शोषण किया गया। इसके बाद उसका 14 बार यौन उत्पीडऩ किया गया है। यह नन पंजाब में जालंधर स्थित डायोसीस कैथलिक चर्च के तहत चलने वाले एक संस्थान में काम करती थी। इस संस्थान के मुखिया 54 वर्षीय बिशप फ्रैंको मुलक्कल है।