डेली संवाद, अमृतसर
भाजपा के प्रदेश प्रधान और सांसद श्वेत मलिक ने कहा है कि दशहरा कमेटी ईस्ट के आयोजकों की अनदेखी व कांग्रेसी नेताओं द्वारा सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का खामियाजा बेकसूर निर्दोष जनता को रेल दुर्घटना में अपने प्राण दे कर चुकाना पड़ा।
शोक सभा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए मलिक ने कहा कि इस दुखद घडी मे अपनी संवेदना व्यक्त करने के शब्द नहीं है, क्योंकि हादसे के 15 -20 मिनट बाद ही भाजपा अकाली दल के कार्यकर्ताओं सहित वह दुर्घटना वाली जगह पर सहायता के लिए पहुंच गये थे, और रेल त्रासदी का भयानक दृश्य अपनी आँखों से देखा है।
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मलिक ने कहा कि सिद्धू दम्पति व मिठ्ठू मदान ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए दशहरा कार्यक्रम का घर घर प्रचार किया अपने पोस्टरों पर “बदी दी नेकी ते जीत” का नारा देकर छपवाया और कुदरत के विपरीत यह नारा शायद सत्य भी हो गया और नुकसान जनता का हो गया।
मलिक ने कहा कि साफ जाहिर होता है कि अपनी राजनीतिक प्रचार की लालसा के चलते नवजोत कौर सिद्दू व मिठ्ठू मदान ने जनता को रेल पटरी पर आने व दशहरा देखने के लिए प्रोत्साहित व मजबूर किया।
इतना बडा हादसा आयोजकों की गलती के कारण होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा निकाले गये कैंडल मार्च मे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड के साथ हंसते हंसते खिलखिलाते करना हादसे मे मारे गए लोगो का मजाक उड़ाया।
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