डेली संवाद, चंडीगढ़/अमृतसर
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तनातनी जारी है। इस बीच नवजोत सिद्धू की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। पंजाब सरकार के विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के दफ्तर में छान-बीन में जुटी है। टीम ने कागज़ों की जांच-पड़ताल की।
आपको बता दें कि हाल तक नवजोत सिंह सिद्धू स्थानीय निकाय मंत्री थे जिनके अधीन ये दफ़्तर आता था। इसके पहले भी इस विभाग से जुड़े अलग-अलग दफ़्तरों में विजिलेंस की छानबीन चलती रही है। पंजाब के मंत्री एवं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद को अहम स्थानीय शासन विभाग से हटाए जाने के बाद पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी और उन्हें राज्य की ‘‘स्थिति” से अवगत कराया था।
नवजोत सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की, उन्हें अपना पत्र सौंपा, उन्हें स्थिति से अवगत कराया.” क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के साथ अपनी एक तस्वीर भी पोस्ट की।
मुझसे स्थानीय निकाय मंत्रालय छीन लिया गया
सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को शहरी सीटों में 64% वोट मिला है जबकि ग्रामीण इलाक़ों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। जिन मंत्रियों के इलाक़े मे पार्टी हारी है उन्हें इनाम के तौर पर कई और महकमे दिए गए लेकिन शहरी इलाके में काग्रेस ने जहां अच्छा प्रदर्शन किया तब भी मुझसे स्थानीय निकाय मंत्रालय छीन लिया गया।
गौरतलब है कि पंजाब मंत्रिमंडल में फेरबदल में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू से स्थानीय शासन और पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के विभागों का कार्यभार ले लिया था .इसके बाद सिद्धू ने पिछले सप्ताह राहुल गांधी से मिलने की कोशिश की थी. उन्हें ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के विभागों की जिम्मेदारी दी गई है।
हिन्दी न्यूज़ Updates पाने के लिए आप हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।