बच्चों, किशोरों, लड़कियों और दूध पिलाने वाली माताओं के पोषण के लिए सरकार कर रही है ये काम

Daily Samvad
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पंजाब में ‘पोषण माह ’ भारी उत्साह के साथ मनाया जा रहा – राजी पी. श्रीवास्तव

डेली संवाद, चंडीगढ़
देश भर में चल रहे ‘पोषण माह’ का आज भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री रबिन्द्रा पवार की अध्यक्षता अधीन विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का वीडियो कांन्फ्ऱेंस के द्वारा जायज़ा लिया गया जिस दौरान पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास की प्रमुख सचिव श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में ‘पोषण माह’ के सम्बन्ध में भारी उत्साह के साथ सरगर्मियाँ चल रही हैं और राज्य के 10 विभाग और स्वयं सेवीं संस्थाएं एकजुट होकर लोगों में जगरूकता पैदा कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्करों, सुपरवाईजऱों और सी.डी.पी.ओज़ जैसे महिला और बाल विकास विभाग का स्टाफ आशा और ए.एन.एम, स्वयं सेवीं ग्रुपों, कृषि सोसाइटियों, सहकारी सोसाइटियों के साथ मिलकर जन आंदोलन चला रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुपोषण, ख़ून की कमी, हैज़े आदि के विरुद्ध जंग और जागरूकता मुहिम पहली सितम्बर को शुरू हुई और पाँच सितम्बर को राज्य स्तरीय वर्कशाप करवाई गई जिससे लोगों को इस मुद्दे संबंधी संवेदनशील किया जा सके।

‘स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य भर में मुहिम जारी’

श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव के अनुसार इस मुहिम के दौरान शहरों, गाँवों, झुग्गी झोंपड़ी वाले इलाकों और सीमावर्ती इलाकों में अच्छी सेहत और पौष्टिकता संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। इस दौरान प्रभात फेरी, रैलियाँ, पंचायत चौपाल, आयोजित करवाई गई और घर -घर जाकर लोगों को जागरूक किया गया।

उन्होंने बताया कि अगले हफ्ते के दौरान पंचायत मीटिंगों के अलावा घर- घर दौरे किये जाएंगे और हैज़े एवं ख़ून की कमी संबंधी जागरूकता फैलाई जायेगी। उनके अनुसार माताओं, बच्चों, किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को दूध पिलाने वाली माताओं के लिए भोजन की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए राज्य, जिले और ब्लॉक स्तर पर सरगर्मियाँ चल रही हैं और बच्चों और अन्यों की सेहत के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

गोद भराई जैसे प्रोग्राम भी आरंभ किए गए हैं

श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि ‘पोषण माह’ के लिए 10 विभागों जैसे सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास, कौशल विकास, ग्रामीण विकास और पंचायतें, आवास निर्माण और शहरी विकास, युवासेवाएं और खेल, स्कूल शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, जल सप्लाई और सेनिटेशन और सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा सरगर्मियाँ आरंभ हुई हैं। सेहत और पौष्टिक सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए आंगणवाड़ी केन्द्रों पर विशेष कैंप आयोजित करवाए जा रहे हैं जहाँ ख़ून की कमी और बच्चों के विकास के लिए चैकअप किया जा रहा है।

प्रमुख सचिव ने आगे बताया कि विचार-विमर्श, भाषण मुकाबलों, खेल, प्रिंटिंग और ड्राइंग मुकाबलों द्वारा लोगों में सेहत संबंधी जागरूकता पैदा की जा रही है और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, कम्युनिटी रेडियो, संगीत, कला, थियेटर, कविता, भाषण मुकाबलों और नुक्कड़ नाटकों द्वारा भी राज्य के घर -घर तक पौष्टिक ख़ुराक का संदेश पहुंचाने के लिए सरगर्मियाँ आरंभ की हुई हैं। इसके साथ ही साइकिल रैलियाँ, पशण जागो, वॉल पेंटिंग, गोद भराई जैसे प्रोग्राम भी आरंभ किए गए हैं।

प्रिंसीपल सचिव ने आगे बताया कि भाषण मुकाबले, खेल मुकाबले, योगा, ड्राइंग मुकाबले जैसे स्कूल आधारित मुकाबले नौजवानों में उत्साह पैदा करने के लिए कराए जा रहे हैं। कम्यूनिटी रेडियो और नुक्कड़ नाटकों के अलावा सोशल मीडिया जागरूकता मुहिम को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी योगदान डाल रहा है।

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