मुख्यमंत्री द्वारा अपने मंत्रियों की वचनबद्धता के बारे मारी पलटी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया
डेली संवाद, फगवाड़ा/मुकेरियां
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि अकाली-भाजपा गठबंधन देश तथा पंजाब के हित में है तथा पंजाब में दोनो पार्टियां स्थायी सहयोगी हैं। फगवाड़ा तथा मुकरियां में भाजपा उम्मीदवारों राजेश बाघा तथा जंगी लाल महाजन के समर्थन में विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि अकाली-भाजपा गठबंधन पंजाब में शांति तथा साम्प्रदायिक सौहार्द्र का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां उपचुनावों में राजनीतिक लाभ लेने के लिए अकाली दल तथा भाजपा में दरार की अफवाहें फैला रही हैं, पर वह सफल नही होंगी। उन्होेने कहा कि पंजाब के लोग समझते हैं कि अकाली दल तथा भाजपा एक दूसरे को बिना शर्त समर्थन देती हैं। वह यह भी समझते हैं कि पाकिस्तान लगातार गड़बड़ी फैलाने का प्रयास कर रहा है, पर अकाली-भाजपा के मजबूत गठबंधन के कारण उसकी सभी नापाक चालें नाकाम हो जाती हैं। उन्होने कहा कि यह गठबंधन आने वाले समय में भी ऐसे ही कायम रहेगा।
ठोस कार्रवाई के कारण ही 1984 सिख कत्लेआम के केस दोबारा खुले
बादल ने यह भी बताया कि किस तरह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने सिखों के लंबे समय से लटके मुद्दों का समाधान किया है। उन्होने कहा कि एनडीए सरकार द्वारा की ठोस कार्रवाई के कारण ही 1984 सिख कत्लेआम के केस दोबारा खुले थे तथा सिट द्वारा उनकी दोबारा जांच की गई थी, जिसके कारण कत्लेआम के दोषी सज्जन कुमार को जेल हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि जगदीश टाईटलर तथा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी शीघ्र ही यही हाल होगा। उन्होने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने 550वें प्रकाश पर्व समागम मनाने में सहायता की है तथा करतारपुर काॅरिडोर के निर्माण का निर्णय लिया है, उससे सारी नानक नाम लेवा संगत की अरदासें पूरी हो गई हैं।
श्री अकाल तख्त साहिब सिख पंथ की सर्वोच्च संस्था है
बाद में एक प्रश्न का जवाब देते हुए बादल ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब सिख पंथ की सर्वोच्च संस्था है तथा अकाली दल इसके सभी आदेशों का पाबंद है। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब हरप्रीत सिंह द्वारा सबको राजनीति से परहेज करने के आग्रह के बाद भी कांग्रेस पार्टी अभी भी राजनीति कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिले मंत्री कुछ ओर कहते हैं तथा मुख्यमंत्री उसके विपरित बोल रहा है। अब वह यह कहता है कि एसजीपीसी सिर्फ गुरुद्वारा साहिब तक सीमित रहे तथा गुरुद्वारा साहिब के बाहर समागमों का संचालन सरकार पर छोड़ दे। उन्होने कहा कि जब सारी सिख कौम एकता का संदेश देने के लिए एकत्र हुई है तो इस अवसर पर ऐसी शर्तें रखना पंथ के हित में नही है।
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