गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर आज गोरखपुर में जिन चार बुद्धिजीवियों से मुलाकात की, उनमें सबसे पहले जिस मुस्लिम शख्स से वह सबसे पहले मिले, उनसे उनका पहले से बड़ा गहरा नाता है। ये शख्स हैं चौधरी कैफुलवरा।
गोरखनाथ मंदिर के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ के समय से पारिवारिक संबंध रखने वाला चौधरी परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के इस्तेकबाल की तैयारियों में लगा हुआ है।
चौधरी हाउस के मुखिया कैफुलबरा ने बताया कि ब्रह्मलीन गुरु दिग्विजय नाथ और उनके दादा चौधरी सआदत हुसैन के प्रगाढ़ संबंध थे। गुरु दिग्विजयनाथ जी की परंपरा को महंत अवेद्यनाथ और अब योगी आदित्यनाथ भी उसी शिद्दत से निभा रहे हैं।
कैफुलबरा कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बाद में हैं पहले उनके परिवार के सदस्य हैं, उनका हमेशा ही स्वागत और इस्तेकबाल है। योगी जी नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जो जानकारी देंगे उसे वह और उनके परिवार के सदस्य मुस्लिम समाज फैला कर लोगों को जागरूक करेंगे।
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योगी आदित्यनाथ ने आज सबसे पहले परिवार के मुखिया चौधरी कैफुलबरा से मिल कर उन्हें नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जानकारी दी। साथ ही कानून के संबंध में मुस्लिम समाज में फैली भ्रांतियों की सच्चाई से भी अवगत कराया।
चौधरी कैफुलबरा ने सीएम योगी के सामने बुनकरों से बिजली के फिक्स चार्ज लिए जाने की योजना लागू रखे जाने और हुमायूंपुर कब्रिस्तान की समस्या के समाधान की भी मांग भी रखी। चौधरी परिवार ने भी सीएम से गोरखपुर में सीएए विरोध में हुए उपद्रव के आरोपियों को क्षमादान देने की गुजारिश की।







