जालंधर। भारत की केंद्र सरकार द्वारा के प्रमुख इस्लामिक देश पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान मे अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध एवं पारसी जो धार्मिक प्रताड़ना अत्याचारों का शिकार होकर भारत आए छह समुदायों के शरणार्थीयो को पहले की तरह सभी दस्तावेज भारत सरकार के पास जमा करवा अब इनको ग्यारह साल बाद भारतीय नागरिकता मिलने वाले नागरिकता संशोधन अधिनियम (C.A.A) के पक्ष मे लोक जागरण मंच 12 मार्च रविवार को जालंधर के प्रभु श्री राम चौक(कम्पनी बाग) मे सुबह 12 बजे जागरूकता सभा करेगा।
इस बात की पुष्टि लोक जागरण मंच के कार्यक्रम प्रमुख मुरली वधवा ने टांडा रोड स्थित कार्यालय मे बैठक के दौरान की। इस अवसर पर मुरली वधवा ने बताया भारत सरकार द्वारा पारित नया अधिनियम क़ानून किसी भी मुसलमान अथवा कोई आदमी जो भारत मे पिछले लंबे समय से भारत मे रह रहा है उसकी नागरिकता को ख़त्म नही करता परंतु साज़िशन कुछ लोग झूठ बोलकर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर हिंसक घटनायें करवा जनता एवं सरकारी संपती का नुक़सान करवा रहे है।
झूठ बोले कौवा काटे। @narendramodi @priyankagandhi @dailysamvad @TarekFatah @sherryontopp @pranshumisraa @awanishvidyarth @RajatRai26 @tarunchughbjp @Anika7870 @ashiapna @Benarasiyaa @shailveesTOI @MaheshK31219541 @VikasBagi @samajwadiparty #Shikara #AnuragKashyapISIS_Terrorist pic.twitter.com/q6AXcRsqeh
— Mahabir Jaiswal (@mahabirjaiswal) January 7, 2020
जिसके लिए अब देश की जनता आगे आना होगा क्योंकि C.A.A भारत की नागरिकता देने का क़ानून किसी की समुदाए के भारतीय नागरिकता समाप्त करने का नही है। इस मौके पर सुशील सैनी, दीपक आनंद, कंकेश गुप्ता, योगेश धीर, अमरजीत सिंह अमरी, राजीव शर्मा, राजीव ढींगरा, सुशील शर्मा, गौतम कुकरेजा, ध्रुव वधवा, सन्नी शर्मा, अशोक सरीन हिक्की आदि उपस्थित थे।
पाकिस्तान मे ननकाना साहिब गुरुद्वारा एवं अल्पसंख्यक सिख नौजवान की हत्या पर विरोध जताया
बैठक के दौरान लोक जागरण मंच के सभी कार्यकर्ताओं ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान मे श्री ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर हमला एवं अल्पसंख्यक सिख नौजवान को जान से मारने की घटना पर विरोध जताया।
पिछले कई दशकों से पाकिस्तान, बंगलादेश व अफगानिस्तान जुल्म अत्याचार का शिकार होकर भारत आए शरणार्थी अल्पसंख्यक हिंदू सिख जैन बौद्ध ईसाई पारसियों को पुरानी सरकारों सिर्फ आश्वासन देती रही परंतु मौजूदा भारत सरकार ने अपने धर्म, मान सम्मान की प्रताड़ना का शिकार होकर अपनी बेटियों की इज़्ज़त एवं सुरक्षा के लिए भारत आए शरणार्थियों की लंबे समय से चल रही माँग को पूरा कर एतिहासिक निर्णय किया।
जिसका समर्थन राजनीतिक एवं अन्य संगठनों के राष्ट्रभक्त कार्यकर्ता राष्ट्रहित मे कर रहे है। परंतु कुछ लोग भारत सरकार के सराहनीय कार्य का विरोध करने के लिए विरोध कर रहे है।
https://youtu.be/3120MDzDxv4







