डेली संवाद, लखनऊ
आईपीएस वैभव कृष्ण, एसएसपी नोएडा के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। उनपर एक महिला से सैक्स चैट का आरोप है। इस वायरल वीडियो की गुजरात के फोरेंसिक लैब से जांच करवाई गई है। रिपोर्ट आते ही सस्पेंड हुए वैभव कृष्णा।
फोरेंसिव लैब की रिपोर्ट में वह वीडियो और चैट सही पाई गई जिसे वैभव कृष्णा ने बताया था फर्जी। फोरेंसिक जांच में सामने आय़ा कि वीडियो एडिटेड और मार्फ्ड नहीं था (No sign of Edit, alteration medication, morphing was observed in this video)। वैभव ने वायरल वीडियो के संबंध में खुद कराई थी एफआईआर, मेरठ के एडीजी और आईजी को दी गई थी जांच।
आईजी ने फोरेंसिक लैब को भेजा था वीडियो
जांच के दौरान आईजी ने फोरेंसिक लैब को भेजा था वीडियो। वैभव ने पत्रकार वार्ता खुद बुलाकर दी जी जानकारी, और पत्रकार वार्ता में शासन को भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट को कर दिया था लीक। अधिकारी आचरण नियमावली के उल्लंघन किये जाने के कारण सस्पेंड हुए वैभव कृष्णा। वैभव कृष्णा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी, लखनऊ के एडीजी एसएन साबत करेंगे जांच, जल्द से जल्द देनी होगी रिपोर्ट।
पांच एसएसपी हटाए गए
भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम योगी का जीरो टालरेंस जारी। वैभव कृष्णा प्रकरण में आरोपों के दायरे में आए सभी पांच आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ सीएम योगी सख्त, पांचों को जिलों से हटाया गया।
तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई, एसआईटी प्रमुख बनाया गया वरिष्ठतम आईपीएस अफसर और डीजी विजलेंस हितेश चंद्र अवस्थी को, दो सदस्य आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और एमडी जल निगम विकास गोठलवाल बनाए गए।
पंद्रह दिनों के भीतर जांच पूरी करने के आदेश, रिपोर्ट आते ही सख्त कार्रवाई होगी। जांच प्रभावित ना कर सकें, इसलिए सभी पांचों पुलिस अफसरों को फील्ड से हटाया गया है। इनकी जगह नए अधिकारियों की तैनाती की गई, सभी को तत्काल ज्वाइनिंग के आदेश दिए गए। राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई कर दिए संदेश, राज्य़ के इतिहास में पहली बार इस स्तर की कार्रवाई हुई है। इस प्रकरण की जांच में वरिष्ठ अफसरों एवं एसटीएफ भी लगाई गई है।