डेली संवाद, जालंधर
फूलों से हँसना तुम सीखो, भंवरों से तुम गाना, पेड़ों की डाली से सीखो , फल आये झुक जाना । पर्यावपण का हर अंग हमें जीना सिखाता है। इसी पर्यावरण से टाईनी-टाट्स को रूबरू करवाने के उदेश्य से डिप्स स्कूल डेल्ज़ पंजाबी बाग तथा डिप्स ढिलवां में नेचर वॉक गतिविधि का आयोजन किया गया।
यह गतिविधि दोनों स्कूलों के प्रिंसीपल सुरेन्द्र प्रीत कौर तथा शांति शर्मा के नेतृत्व में आयोजति की गई। नेचर वाक के दौरान विद्यार्थियों को शहर के नेहरू पार्क में लेजाया गया व पर्यावरण के विभिन्न दृश्यों को दिखाते हुए उनके महत्व को समझाया। उन्हे बताया गया कि ताजा तथा खुली हवा हमारी सेहत के लिए लाभदायक है।
पेड़ हमें छाया,फल , ईंधन तथा घर प्रदान करते है
पेड़ हमें छाया,फल , इंधन तथा घर प्रदान करते है इसलिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। उन्हें बताया गया कि यदि अवश्यकता पडऩे पर हमें इन्हें काटना पड़े तो एक पेड़ के बदले 10 पौधों को लगाना चाहिए। पेड़ ही हमारी धरती को बंजर होने से बचाते है तथा मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाते है।
स्कूल के अध्यापकों ने विद्यार्थियों को बताया कि फूल हमारे जीवन में खुशिया लेकर आते है इनके रंग हमारे जीवन को रंगीन तथा इनकी खुशबू जीवन को सुंगधित कर देती है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का हर अंश हमारे जीवन जीने का सलीका सिखाता है । इसलिए हमें सदा पर्यावण को बचाना चाहिए तथा इसमें गंदगी नही फैलानी चाहिए।
रंगों की पहचान को खेल-खेल में आसानी से सीख लेते है
इस दौरान विद्यार्थियों ने पार्क में झूले झूले तथा प्राकृति से संबंधित विभिन्न प्रकार के खेल जैसे फूलों के रंग, टच द फ्लावर, आदि खेल कर नेचर वॉक के उदेश्य को समझा। इस अवसर पर दोनो स्कूलों के प्रिंसीपल ने कहा कि जहां एक ओर विद्यार्थियों ने पर्यावरण के महत्व को समझते है वहीं दूसरी ओर कक्षा के पाठ्यक्रम रंगों की पहचान को खेल-खेल में आसानी से सीख लेते है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन करवाते रहेंगे।







