डेली संवाद, जालंधर
महाशिवरात्रि हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा अर्चना करने के लिए देश के कई हिस्सों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भगवान शिव के मंदिरों में नजर आ रही है। मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उसे महादेव की विशेष कृपा मिलती है।
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महाशिवरात्रि के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में श्री शंकराचार्य जी मंदिर में पूजा करने के लिए भक्तों कतारों में खड़े हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। इस मंदिर में जो गुंबद बनाया गया है वह भी शिवलिंग के आकार का है, जिसकी ऊंचाई 81 फीट और गोलाई भी 81 फीट है।
महाकालेश्वर मंदिर में लगी भक्तों की भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर चांदनी चौक के श्री गौरी शंकर मंदिर में भक्त भोले बाबा की पूजा अर्चना कर रहे हैं। चांदनी चौक के गौरी-शंकर मंदिर जहां श्रद्घालुओं की आस्था का केंद्र है, वहीं इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में भी इसका अनूठा रहस्य मिलता है। यहां भगवान शिव का अर्द्घनारीश्वर रूप मिलता है।
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मध्य प्रदेश में महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान शिव को की अराधना करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है। महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में इस मंदिर का मनोहर वर्णन मिलता है।