नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिन 23 लोगों ने पत्र लिखा था, उनकी मंशा कांग्रेस को सक्रिय करने की थी। हम उन लोगों में से है जिन्होंने 1970 के बाद कांग्रेस बनाई। हमें उस वक्त पीड़ा होगी जिन्हें चुनावों के बारे में कुछ नहीं पता यदि वे आलोचना करेंगे।
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गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम बहुत से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों के साथ काम करते रहे हैं। कुछ तो बात होगी। जो लोग कुछ भी करके नहीं आये हैं, वह विरोध करते हैं। जिसे कांग्रेस में रुचि होगी वह हमारी बात का स्वागत करेगा। कांग्रेस कार्य समिति (CWC) निर्वाचित होनी चाहिए। अभी जो प्रेजिडेंट बनता है उसके साथ कोई कांग्रेसी नहीं होता। कई प्रेजिडेंट ऐसे बने हैं जिनके साथ कोई भी नहीं था। CWC में आप किसी को हटा नहीं सकते लेकिन यहां तो आज मैंने गलत बयान दिया आज मुझे हटा दिया।
गांधी परिवार से पारिवारिक नाता
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अभी हम विपक्ष में हैं। सत्ताधारी पार्टी बहुत मजबूत है। अगर कांग्रेस पार्टी को 50 साल विपक्ष में बैठना है तो CWC में चुनाव मत कराओ। मुझे इससे क्या फायदा है। हमारा रिश्ता गांधी परिवार से पारिवारिक है। ये चापलूस आज ज्यादा प्यारा हो गए। लीडर को कभी-कभी ठीक करने के लिए बोलना पड़ता है, वही लॉयल होता है। हम पर आरोप लगते हैं कि हम किसी और के साथ हैं। हम संदेह करते हैं कि आखिर आप किसके साथ हैं?
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इसके साथ ही कहा कि सोनिया गांधी ने बोला कि आपने लेटर लिखा मुझे कोई आपत्ति नहीं लेकिन लेटर लीक नहीं होना चाहिए था। भैया भारत देश में क्या लीक नहीं होता। उसमें कौन सा नेशनल सीक्रेट था। हमने नरसिम्हा राव को भी लेटर लिखा था कि आप PCC क्यों नहीं बना रहे हैं? उसके बाद हम चुनाव हार गए।







