डेली संवाद, चंडीगढ़
कांग्रेस की कैप्टन सरकार के शासन-काल में बलात्कार, बिगड़ चुकी कानून-व्यवस्था, लगातार महंगी होती बिजली जैसे मुद्दों को लेकर प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्षा मोना जायसवाल के नेतृत्व में महिला कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के घर का घेराव करने के लिए मार्च किया।भाजपा महिला कार्यकर्ता जैसे ही नारेबाज़ी करते हुए कैप्टन के घर का घेराव करने के लिए आगे बढ़ी तो प्रशासन द्वारा पुलिस बल के सहयोग से बैरिगेट लगाकर जगह-जगह उन्हें जबरन रोकने की कोशिश की गई।
जिससे महिलाओं का गुस्सा इतना बढ़ गया कि वो पुलिस क इन बैरिगेटों को तोड़ते हुए आगे बढ़ने लगीं। पुलिस ने महिलाओं को रोकने में अपनी असफलता देख लाठीचार्ज शुरू कर दिया, जिसमें कुछ महिलाएँ घायल हो गईं। पुलिस ने इन सब प्रदर्शनकारी महिला कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर सैक्टर 34 के पुलिस थाने ले जाया गया, जहाँ कुछ देर हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया गया।
प्रदेश में महिलाएँ व बच्चियाँ सुरक्षित नहीं
मोना जायसवाल ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में महिलाएँ व बच्चियाँ सुरक्षित नहीं हैं। रोज़ाना महिलाओं व बच्चियों से प्रदेश में कहीं न कहीं दुष्कर्म की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। बीते दिनों टांडा (होशियारपुर) में छह साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसी तरह की तीन अन्य दुष्कर्म की घटनाओं ने राज्य को झकझोर के रख कर दिया है।
मोना जायसवाल ने कहा कि कैप्टन सरकार के शासन-काल में राज्य में बिजली की आपूर्ति प्रणाली पतन के कगार पर पहुँच चुकी है। बिजली के दाम अब तक करीब 6 बार बढ़ाए गए हैं। कांग्रेस सरकार द्वारा आम आदमी की जेब पर डाका डाला जा रहा है। उन्होंने कहा की महंगी बिजली के खिलाफ आज जनांदोलन की शुरुआत है और अब यह आंदोलन पंजाब के हर शहर और गाँव में होगा।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सीमा कुमारी, कनिका जिंदल, मनीषा सूद, मीनू सहगल, नीति तलवार, नेक मिन्हास, पूजा चोपड़ा, उर्मिल वैद, सीमा शर्मा, नीतू खुराना, अलका कुमारी, भारती शर्मा, चंद्र लेखा, मनजोत कौर, मोना कटारिया, नवजोत कौर संधू. सुधा खन्ना, अमरजीत कौर, अंबिका बजाज, चंपा राणा, प्रतिमा सिन्हा, रचना लांबा, सुमन सहगल, अलका बंसल, पूनम खंडेलवाल, मंजू मित्तल, मीना खोखर, अलका शर्मा, सुखराज कौर, लक्ष्मी जी सहित हजारों की संख्या में महिला कार्यकर्ता उपस्थित थीं।








