डेली संवाद, चंडीगढ़
अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है। इस गठबंधन को लेकर आज सुबह 11:30 बजे अधिकारिक तौर पर घोषणा की गई। अकाली दल ने पिछले साल केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन तोड़ लिया था।
शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि अकाली दल, बसपा के साथ गठबंधन कर के 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी सभी सीटों पर अकाली दल चुनाव लड़ेगी। इसमें मुख्य रूप से करतारपुर, जालंधर वेस्ट, जालंधर नार्थ, फगवाड़ा, होशियारपुर शहरी, टांडा, दसूहा, चमकौर साहिब, लुधियाना नार्थ विधानसभा सीट शामिल है।
बीएसपी के साथ गठबंधन कर अकाली दल बीजेपी से नाता टूटने के बाद खाली हुई कई सीटों की भरपाई करने की कोशिश कर रही है. पंजाब विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, अनुसूचित जातियों का वोट काफी महत्व रखता है. पंजाब की आबादी में करीब 33% जनसंख्या दलितों की है और यही दलित वोट बैंक बीएसपी और अकाली दल के गठबंधन का आधार बना है।
अकाली दल और बीएसपी 1996 लोकसभा चुनाव के 27 सालों बाद फिर से साथ आ रहे हैं. 1996 आम चुनाव में इस गठबंधन ने पंजाब की 13 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीएसपी चुनाव में सभी तीन सीटों और अकाली दल 10 में से 8 सीटों पर जीती थी।