हीरानंदानी ग्रुप, नेटमैजिक सर्विस, एसटीटी ग्रुप को जल्दी मिलेगी जमीन। आईटी सेक्टर में निवेशकों की सभी आवश्यक औपचारिकताएं तेजी से पूरी की जाए : योगी
डेली संवाद, लखनऊ
देश में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेक्टर के हब के रूप में अभी तक दक्षिण भारत को ही जाना जाता रहा है, लेकिन आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) जिला देश के बड़े आईटी हब के रूप में शुमार किया जाएगा। बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट,अडानी ग्रुप और एमएक्यू जैसी विख्यात कंपनियों का नोएडा में डेटा सेंटर की स्थापना करने के बाबत जमीन खरीदना यह संकेत दे रहा है।
इन तीनों ही कंपनियों के अलावा एचसीएल, गूगल और टीसीएस नोएडा में पहले ही पैर पसार चुकी हैं। जबकि हीरानंदानी ग्रुप, नेटमैजिक सर्विस, एसटीटी प्राइवेट लिमिटेड तथा अग्रवाल एसोसिएट लिमिटेड भी डेटा सेंटर स्थापित करने के सरकार के साथ संपर्क में हैं।
डेटा सेंटर तथा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश कर रही
राज्य में डेटा सेंटर तथा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश कर रही ये कंपनियां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही राज्य में अपना उद्यम स्थापित कर रहीं हैं। चार साल पहले तक आईटी सेक्टर की ये विख्यात कंपनियां उत्तर प्रदेश में आने तक को तैयार नहीं थी। यह जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने नई आईटी नीति तैयार कराई। उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति -2017 के अंतर्गत दी गई रियायतों के चलते 30 बड़े निवेशकों ने आईटी सेक्टर में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने में रूचि दिखाई।
मुख्यमंत्री द्वारा आईटी सेक्टर में निवेश को बढ़ावा के लिए लायी गई आईटी नीति के चलते ही यह संभव हुआ। आईटी सेक्टर में निवेशकों के बढ़ती रूचि को देखते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में इलेक्ट्रानिक्स निवेश को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित नोयडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस क्षेत्र को “इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन” घोषित करने का फैसला लिया।
यूपी में निवेश करने के लिए पहल
सरकार के इस फैसले से चीन, ताइवान तथा कोरिया की अनेक प्रतिष्ठित कंपनियां यूपी में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए आगे आयीं। बीते साल माइक्रोसॉफ्ट, अडानी ग्रुप, एमएक्यू, हीरानंदानी ग्रुप, नेटमैजिक सर्विस, एसटीटी प्राइवेट लिमिटेड तथा अग्रवाल एसोसिएट लिमिटेड ने भी यूपी में निवेश करने के लिए पहल की।
इन कंपनियों के निवेश संबंधी प्रस्तावों पर कार्रवाई करते हुए नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने माइक्रोसॉफ्ट को सेक्टर 145 में 60 हजार वर्गमीटर आंवटित कर दी। इस भूमि पर जल्दी ही 1800 करोड़ रुपए का निवेश कर माइक्रोसॉफ्ट का साफ्टवेयर पार्क और डेटासेंटर स्थापित होगा। इस प्रोजेक्ट में 3500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। माइक्रोसॉफ्ट के आने से नोएडा समेत समूचा एनसीआर सॉफ्टवेयर हब के रूप में विकसित होगा।
अडानी ग्रुप 2,500 करोड़ रुपये का निवेश
इसी प्रकार नोएडा अथॉरिटी ने अडानी ग्रुप को शहर के सेक्टर-62 में प्राइम लोकेशन पर 34,275 वर्ग मीटर का प्लॉट और नोएडा के ही सेक्टर-80 में अडानी इंटरप्राइजेज को 39,146 वर्ग मीटर जमीन अलॉट की गई है। कंपनी इस प्लॉट पर एक वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर स्थापित स्थापित करेगी। अडानी ग्रुप इस प्रोजेक्ट पर 2,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इस प्रोजेक्ट में 2,350 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
इसके अलावा नोएडा अथॉरिटी ने 16,350 वर्ग मीटर का बड़ा प्लॉट एमए क्यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को अलॉट किया है। एमएक्यू दुनिया की अग्रणी आईटी और आईटीईएस कंपनियों में एक है। कंपनी इस प्लॉट पर एक आईटी प्रोजेक्ट लगाएगी। इस पर कंपनी 250 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
एमए क्यू को सेक्टर-145 में प्लाट एलॉट किया गया
एमए क्यू को सेक्टर-145 में प्लाट एलॉट किया गया है। अब जल्दी ही 6000 करोड़ रुपए का निवेश डेटा सेंटर स्थापित करने के इच्छुक हीरानंदानी ग्रुप को, 900 करोड़ की लागत से डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए करने के इच्छुक एसएस टेलीमीडिया को और 1500 करोड़ रुपए का निवेश कर डेटा सेंटर स्थापित करने के इच्छुक नेटमैजिक सर्विस सहित एसटीटी प्राइवेट लिमिटेड तथा अग्रवाल एसोसिएट लिमिटेड भी डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध करा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नोयडा में डेटा सेंटर तथा साफ्टवेयर आदि के क्षेत्र में निवेश की पहल करने वाले निवेशकों की हर संभव मदद करने के निर्देश टीम -9 की बैठक में अधिकारियों को दिए। सीएम की यह सक्रियता ही राज्य में आईटी सेक्टर में बहुराष्ट्रीय कंपनियों को यूपी में ला रही हैं और इन कंपनियों के चलते ही चंद वर्षों में यूपी आईटी सेक्टर में देश का सबसे बड़ा हब बना हुआ दिखेगा।