चंडीगढ़। दिल्ली हिंसा के आरोपी और फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू ने वारिस पंजाब दे संगठन के गठन की घोषणा की। संगठन लोकहित व सरकार से जायज मांगों को पूरा कराने का काम करेगा। दीप सिद्धू ने कहा कि पंजाब के युवाओं को एक मंच पर एकजुट करने में इस संगठन का अहम योगदान रहेगा।
दीप सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार की सभी शक्तियों को केंद्रीकृत करके राज्यों को उनके मूल अधिकारों से वंचित किया गया है। पंजाब को इस नीति से सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। केंद्र द्वारा पंजाब के साथ किए गए विश्वासघात की सूची बहुत लंबी है और अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक राज्यों को स्वायत्तता और मौलिक अधिकार नहीं मिल जाते।
पंजाब की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है और केंद्र की पंजाब विरोधी नीतियों का स्पष्ट असर है कि पंजाब में राज्य स्तर पर शीर्ष प्रशासनिक पदों पर पंजाब का स्वामित्व खत्म हो गया है और राज्य के बाहर के अधिकारी पंजाबवाद की जगह ले रहे हैं। पंजाब के साथ भेदभाव के बारे में सिद्धू ने कहा कि अन्य राज्यों को पानी की आपूर्ति पंजाब के कृषि क्षेत्र के लिए बड़ी समस्या है और दूसरी तरफ सरकार द्वारा संचालित फैक्ट्रियां जहर दे रही हैं।
पंजाब के जल संसाधन और उन्हें बोर में डुबाकर पंजाब के पानी में जहर घोल दिया गया है, जो एक तरह के जनसंहार का संकेत है। तथ्य यह है कि पंजाब के एक क्षेत्र को कैंसर बेल्ट के रूप में जाना जाता है, पंजाब के विश्वासघात की एक स्पष्ट तस्वीर है।
इस्तीफे के बाद Navjot Sidhu ने कहा – मैं अडूंगा, मैं लडूंगा, देखें VIDEO
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