डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस प्रधान पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच करीब एक घंटे मीटिंग पंजाब भवन में चली। इस दौरान दोनों नेता वापस चले गए, लेकिन अभी तक कोई फैसला सामने नहीं आया है। इनके साथ जो भी मंत्री मीटिंग में मौजूद थे, वे भी कुछ नहीं बोल रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक CM चरणजीत चन्नी के साथ हो रही मीटिंग में सहमति बनती दिख रही है। अब समझौते के फॉर्मूले पर चर्चा की गई। मीटिंग में हाईकमान के दूत के तौर पर केंद्रीय पर्यवेक्षक हरीश चौधरी भी मौजूद थे। पंजाब की तरफ से सिद्धू के करीबी मंत्री परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, इंद्रबीर सिंह बुलारिया, वर्किंग प्रधान कुलजीत नागरा, पवन गोयल और पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान लाल सिंह भी मौजूद हैं।
उधर, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि मुझे फिर से पंजाब आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी पांच सात दिन और लगेंगे, जिससे पंजाब कांग्रेस की स्थिति ठीक होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पहले लगा था कि मेरा काम अब पंजाब से समाप्त हो चुका है, लेकिन अचानक ऐसी परिस्थितियां बनी कि मुझे फिर से पंजाब आना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने 4 अक्टूबर को बुलाई कैबिनेट मीटिंग
इसी बीच खबर आई है कि मुख्यमंत्री चन्नी ने 4 अक्टूबर को कैबिनेट की मीटिंग बुला ली है। हालांकि इसका एजेंडा नहीं बताया गया है। माना जा रहा है कि हाईकमान के 18 सूत्रीय फॉर्मूले को लेकर सिद्धू ने मुद्दा उठाया है। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। CM चन्नी ने पहले हर मंगलवार को कैबिनेट की मीटिंग की बात कही थी। अब यह मीटिंग सोमवार को बुला ली गई है।
इस्तीफे के बाद Navjot Sidhu ने कहा – मैं अडूंगा, मैं लडूंगा, देखें VIDEO
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