डेली संवाद, काहनूवाल सेखवां
पंजाब की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले और अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सदस्य सेवा सिंह सेखवां का निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सेखवां में किया गया। इस दौरान पंजाब भर से राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
निधन से राजनीतिक सर्किल में खालीपन आ गया : कुलदीप ओबराय
जालंधर के वरिष्ठ अकाली नेता व पूर्व पार्षद कुलदीप सिंह ओबराय और उनकी पत्नी व जालंधर की पूर्व डिप्टी मेयर अरविंदर कौर ओबराय ने अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया और सेखवां परिवार को ढांढस बंधाया। कुलदीप ओबराय और अरविंदर कौर ओबराय ने सेवा सिंह सेखवां को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सेखवां ने दोआबा समेत पूरे पंजाब में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हर समुदाय का काम किया।
कुलदीप सिंह ओबराय और अरविंदर कौर ओबराय ने दुख जताते हुए कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री सरदार सेवा सिंह सेखवां की मृत्यु पर मैं अपनी संवेदनाएं प्रस्तुत करता हूं। उनकी मृत्यु से राजनीतिक सर्किल में एक खालीपन आ गया है। सीमांत क्षेत्रों और वहां के लोगों के विकास और कल्याण के लिए की गईं उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।
सेखवां पिछले लंबे समय से लीवर की बीमार थे
आपको बता दें कि सेखवां पिछले लंबे समय से लीवर की बीमारी से ग्रस्त थे। बुधवार को शाम करीब 7 बजे उनके चंडीगढ़ स्थित निवास में निधन हो गया। इसी साल सितंबर में अरविंद केजरीवाल ने गांव सेखवां में पहुंचकर उन्हें आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया था।
सेवा सिंह सेखवां ने 1997 को पहली बार अकाली दल ने चुनाव लड़कर विधायक बनवाया था। इसके बाद 2018 तक अकाली दल में काम करने के बाद उन्होंने रणजीत सिंह ब्रहमपुरा के साथ मिलकर अकाली दल टकसाली पार्टी बनाई। जबकि 2021 में सेखवां ने अकाली दल टकसाली को भी छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था।