डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाबी सिंगर और कांग्रेसी नेता सिद्धू मुसेवाला की हत्याकांड की जांच के लिए पंजाब सरकार ने तीन पुलिस अधिकारियों वाली एक SIT बनाई है। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) बठिंडा रेंज प्रदीप यादव ने प्रभावी और त्वरित जांच सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। इसमें मानसा के एसपी धर्मवीर सिंह, बठिंडा के डीएसपी विश्वजीत सिंह और प्रभारी सीआईए मानसा पृथ्वीपाल सिंह शामिल हैं।
डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि दो व्यक्तियों- गुरविंदर सिंह (पड़ोसी) और गुरप्रीत सिंह (चचेरे भाई) के साथ सिद्धू मुसेवाला शाम करीब साढ़े चार बजे घर से निकले। इसके बाद सिद्धू मूसेवाला की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिस समय उन पर गोलियां चलाई गई, वे अपनी महिंद्रा थार गाड़ी चला रहे थे।
डीजीपी वीके भवरा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब सिद्धू मूसेवाला गांव जवाहर के पहुंचे, तो उनका पीछा एक सफेद कोरोला ने किया और उन्हें सामने से सफेद बोलेरो और एक गहरे भूरे रंग की स्कॉर्पियो सहित दो कारों ने रोका।
उन्होंने कहा, “सिद्धू मूसेवाला और उसके दोस्तों पर सामने से भारी गोलीबारी हुई, जिसमें सभी को गोली लगी।” उन्होंने कहा कि पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और तीनों को सिविल अस्पताल मानसा ले जाया गया जहां सिद्धू मूसेवाला को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि उनके चचेरे भाई और उनके दोस्त की हालत स्थिर है, और उन्हें आगे के इलाज के लिए पटियाला रेफर कर दिया गया है।
सिद्धू की सुरक्षा वापस लेने पर डीजीपी ने कहा कि घल्लूघरा सप्ताह को देखते हुए पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला के केवल दो सुरक्षाकर्मियों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी के लिए अस्थायी रूप से वापस ले लिया था, जबकि उनके साथ कमांडो बटालियन के दो पुलिस कर्मी तैनात थे। उन्होंने कहा, “आज घर से निकलते समय सिद्धू अपने दो पुलिसकर्मियों को साथ नहीं ले गए और अपनी निजी बुलेट प्रूफ कार भी घर पर ही छोड़ गए।”
डीजीपी ने कहा कि, प्रथम दृष्टया, यह लॉरेंस बिश्नोई समूह और लकी पटियाल समूह के बीच एक अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता प्रतीत होता है। उन्होंने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई समूह ने विक्की मिधुखेड़ा की हत्या के प्रतिशोध का हवाला देते हुए सिद्धू मूसवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है।”
गौरतलब है कि विक्की मिधुखेड़ा की हत्या के सिलसिले में हरियाणा के रहने वाले सनी, अनिल लथ और भोलू के रूप में पहचाने गए तीन शूटरों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी की पहचान शगनप्रीत के रूप में हुई है, जो सिद्धू मूसेवाला का मैनेजर था। विक्की की हत्या के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में भी आरोपी के रूप में नामित किया गया है। शगनप्रीत ऑस्ट्रेलिया भाग गया है और पुलिस को उसकी तलाश है।
डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अपराध में 7.62 मिमी, 9 मिमी और 0.30 बोर के हथियारों सहित तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि इसकी अभी जांच चल रही है। इस बीच, डीजीपी ने आईजी बठिंडा रेंज प्रदीप यादव, एसएसपी मनसा गौरव तोरा और एसएसपी बठिंडा जे एलानचेजियान को मानसा में कैंप करने का निर्देश दिया, जबकि एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों को पकड़ने के लिए आवश्यक बल जुटाया है।
सिद्धू मुसेवाला की हत्या पर DGP का बड़ा खुलासा, देखें
https://youtu.be/8eGjub18LxE