चंडीगढ़। Punjab News, Scholarship Scam in Punjab: पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने फैसला लिया है कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में किए गए स्कॉलरशिप घोटाले की जांच होगी। इसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्कॉलरशिप घोटाले से जुड़े सभी फाइलें मंगवा ली हैं। इससे पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
वन विभाग के करप्शन केस में पकड़े गए साधु सिंह धर्मसोत पर अब स्कॉलरशिप घोटाले की गाज गिर सकती है। आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार इस मामले में भी एक्शन की तैयारी में है। ऐसे में धर्मसोत के खिलाफ नया केस दर्ज हो सकता है। चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ही इस मुद्दे पर धर्मसोत की बर्खास्तगी की मांग करती रही है।
क्या है स्कॉलरशिप घोटाला
पंजाब में केंद्र की मदद से SC स्टूडेंट्स को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप दी जाती है। साधु सिंह धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह के CM रहते पंजाब सरकार में सामाजिक सुरक्षा मंत्री थे। उन पर आरोप लगे कि स्कॉलरशिप बांटने में धांधली हुई। 39 करोड़ रुपए बांटने का कोई रिकॉर्ड ही नहीं मिला।
इसमें शक जताया गया कि जो कॉलेज हैं ही नहीं, उन्हें नाम पर यह रकम हड़पी गई। यही नहीं, जिन कॉलेज-यूनिवर्सिटी से 8 करोड़ वसूलने थे, उन्हें 16.91 करोड़ और जारी कर दिए गए। कैप्टन सरकार के वक्त भी इस घोटाले की जांच हुई। तब दावा किया गया कि धर्मसोत को घोटाले से क्लीन चिट मिल चुकी है।
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हालांकि बाद में अफसरों ने कहा कि किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। सरकार और अफसर पूरे मामले को गोलमोल करते रहे। वहीं आम आदमी पार्टी लगातार धर्मसोत की कैबिनेट से बर्खास्तगी की मांग करती रही। कैप्टन को CM कुर्सी से हटाया तो कांग्रेस ने धर्मसोत को फिर मंत्री नहीं बनाया।
कहा जा रहा है कि इसमें पंजाब के कई बड़े शिक्षण संस्थान फंसेंगे। क्योंकि इस घोटाले में सीधे तौर शिक्षण संस्थानों का नाम जुड़ा है। यही कारण रहा है कि पिछली कांग्रेस सरकार ने इसमें लीपापोती की। इसके बाद अब आम आदमी पार्टी की सरकार इसकी जांच फिर से शुरू करने जा रही है।
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