डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर वेस्ट हल्के में अवैध रूप से बन रही फैक्ट्री पर बुलडोजर चलाना नगर निगम के अफसर को महंगा पड़ गया। कट्टर इमानदार सरकार होने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार में उन अफसरों का तबादला कर दिया जाता है जो ईमानदारी के साथ काम करते हैं।
जालंधर वेस्ट हलके में केजीएस पैलेस के पास अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री पर बुलडोजर चला दिया था। जिसका जबरदस्त विरोध भी हुआ। बावजूद निगम अफसर सुखदेव वशिष्ठ ने उसकी दीवारें गिरा दी। हद तो तब हो गई जब उसी शाम उक्त निगम अफसर समेत दो अधिकारियों का इलाका ही बदल दिया गया।
एमटीपी नीरज भट्टी ने एटीपी सुखदेव वशिष्ट, एटीपी सुषमा दुग्गल, एटीपी बलविंदर सिंह का इलाका ही बदल दिया। एटीपी सुखदेव वशिष्ट पिछले तीन महीने में करीब 80 ईमारतो पर कार्रवाई की। इसके साथ ही से वे अवैध निर्माण को सील करने और डिच चलाने की कार्रवाई में जुटे हुए हैं। सुखदेव वशिष्ट इससे पहले डेपुटेशन पर केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश के पीए थे। अब नगर निगम में वे हेड ड्राफ्टमैन है, साथ में उन्हें एटीपी का प्रभार भी मिला हुआ है।
दूसरी तरफ तेजतर्रार एटीपी सुषमा दुग्गल ने सबसे पहले जालंधर में सीलिंग की कार्रवाई शुरू की थी। सुषमा दुग्गल ने ही अकाली दल के दिग्गज नेता इकबाल सिंह ढिंडसा की विरासत हवेली को सील कर दिया था। ATP बलविंदर सिंह ने भी अवैध कालोनी पर कार्रवाई की थी। इंडस्ट्रियल एरिया में ताज के साथ कुमरा इलेक्ट्रिक पर भी कार्रवाई की तैयारी थी, इसी बीच उनसे तो फील्ड का काम ही छीन लिया गया और उनकी जगह सुपरिंटेंडेंट महीप सारीन को इलाका दे दिया गया।
आपको बता दें कि एटीपी सुखदेव वशिष्ठ समेत ये तीनों ATP पिछले कई दिनों से सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के नेता के भाई समेत कांग्रेस के नेताओं के आंखों की किरकिरी बने हुए थे। क्योंकि सुखदेव वशिष्ठ समेत तीनों अधिकारी लगातार अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई में जुटे हुए थे।