Amalaki Ekadashi: इस दिन बन रहा है कई दुर्लभ संयोग, जानें क्या है महत्व

Daily Samvad
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डेली संवादस, चंडीगढ़। Amalaki Ekadashi: फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी मनाया जाता है। इस साल ये पर्व दिनांक 3 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करने का विशेष विधि-विधान है।

 

ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति आमलकी एकादशी की पूजा और व्रत ठीक ढंग से करता है और नियमों का पालन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो ऐसे में आइए जानते हैं कि इस व्रत का महत्व क्या है, इस दिन कौन सा दुर्लभ संयोग बन रहा है और साथ भगवान विष्णु के किन मंत्रों का जाप करना शुभ होता है।

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जानें आमलकी एकादशी का क्या है महत्व

आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के सेथ आंवले के पेड़ की भी पूजा करने का विशेष विधि-विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आंवले के पेड़ में साक्षात ईश्वर का वास होता है। इस दिन जो व्यक्ति आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की पूजा करता है। उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है।

इस दिन बन रहा है दुर्लभ संयोग

इस बार आमलकी एकादशी पर कई दुर्लभ संयोग बन रहा है। आपको बता दं, वार और नक्षत्र के योग से सुबह से लेकर दोपहर तक सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस दिन आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं.
वहीं दोपहर 03 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम तक सौभाग्य योग रहने वाला है। इस दौरान शादी करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।

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इन मंत्रों का जाप करना चाहिए

ॐ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर।

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