डेली संवाद, चंडीगढ़। Hanuman Jayanti 2023: अप्रैल को हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) का पर्व धूमधाम के साथ देशभर में मनाया जा रहा है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से आशीर्वाद मिलता है और संकटमोचन की कृपा से सभी संकट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था।

इस दिन बजरंगबली की विशेष पूजा उपासना से न केवल समस्याओं का अंत होता है, बल्कि मनचाहे फल की प्राप्ति भी होती है। राम भक्त हनुमान की महिमा अपरंपार है। उनकी शक्ति का कोई पैमाना नहीं है। दुख और मुसीबत की घड़ी में महाबली हनुमान का ध्यान हर समस्या का समाधान कर सकता है।
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हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा-उपासना करने का विधान है। इनकी पूजा से जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है। इस दिन विशेष प्रयोग करके ग्रहों को भी शांत कर सकते हैं। शिक्षा, विवाह के मामले में सफलता और कर्ज-मुकदमे से मुक्ति के लिए भी ये दिन विशेष है।
हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त
शुभ का मुहूर्त- सुबह 06.06 से 07.40 मिनट तक
चर का मुहूर्त- सुबह 10.49 से दोपहर 12.24 तक
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.59 से से दोपहर 12.49 तक
लाभ का मुहूर्त- दोपहर 12.24 से दोपहर 01.58 तक
सायंकालमुहूर्त- शाम 05.07 से शाम 06.41 तक
रात्रि मुहूर्त- शाम 06.42 से रात 08.07 तक
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बजरंगबली को अर्पित करें ये चीजें
हनुमान जंयती के दिन हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर उन्हें लेप लगाएं। ऐसा करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और कुंडली में कई प्रकार के दोषों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी को लाल रंग का फूल और गुड़हल का फूल अर्पित करने से आने वाले संकटों का नाश होता है।
भगवान हनुमान को क्यों कहा जाता है बजरंगबली?
पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान जी का शरीर व्रज के समान बलवान है, वे कंधे पर जनेऊ, सिर पर स्वर्ण मुकुट और हाथ में गदा धारण किए होते हैं। अत्यंत महाबली होने के कारण उन्हें बजरंगबली कहा जाता है। बजरंग का अर्थ है केसरी रंग और बली का अर्थ होता है शक्तिशाली या बलवान।
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