डेली संवाद, चंडीगढ़। Mohini Ekadashi Vrat: एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। एकादशी तिथि का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करना बहुत ही शुभ माना जाता है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन मोहिनी एकादशी पड़ती है।
मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप के बारे में जानना चाहिए. मोहिनी स्वरूप धारण करके भगवान विष्णु ने देवताओं को संकट से उबारा था।इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया था। इसलिए इसे मोहिनी एकादशी कहा जाता है। आइए जानते हैं कब है वैशाख मास की मोहिनी एकादशी तिथि और शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा।
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कब है मोहिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी का व्रत 1 मई को रखा जाएगा। 30 अप्रैल को रात 8 बजकर 28 मिनट से एकादशी तिथि प्रारंभ होगी और 1 मई को रात 10 बजकर 9 मिनट तक रहेगी। उदय तिथि के अनुसार, 1 मई को ही मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।
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मोहिनी एकादशी व्रत का महत्व
शास्त्रों में मोहिनी एकादशी का व्रत सबसे उत्तम बताया गया है। इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर असुरों का वध किया था। कहते हैं इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है। इतना ही नहीं एकादशी का व्रत करने से घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है और व्यक्ति को धन बुद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।