डेली संवाद, देहरादून/लखनऊ। Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में कांवड़ यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है। जिस तरह से कांवडिए अपनी यात्री को लेकर सभी तरह की तैयारी कर रहे हैं, उसी तरह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत कई राज्य सरकारें कांवड यात्रा को लेकर विशेष प्रबंध में अभी से जुट गई हैं।
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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में खासकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। दोनों प्रदेशों में आगामी कांवड़ यात्रा के लिए परिवहन विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। यात्रा के दौरान बिना परमिट और जुगाड़ से बनाए गए अवैध वाहनों के संचालन पर रोक लगाने के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ व हिमाचल प्रदेश को पत्र लिखा है।
पत्र में इन सभी राज्यों के परिवहन आयुक्तों से अपनी राज्य की सीमा में ही बिना परमिट व नियम विरुद्ध बनाए गए वाहनों पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है। साथ ही इन सभी राज्यों के आयुक्तों के साथ 30 जून को ऑनलाइन बैठक भी बुलाई की गई है, जिसमें उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर सुरक्षित यात्रा पर चर्चा की जाएगी।
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प्रदेश में चारधाम यात्रा चार जुलाई से शुरू होने जा रही है। यात्रा में हर वर्ष करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गत वर्ष सावन की शिवरात्रि से पहले हरिद्वार में कांवड़ लेने के लिए 3.88 करोड़ कांवड़िये देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे थे। इस वर्ष कांवड़ मेले में कांवड़ियों की संख्या बढऩे की उम्मीद है।
उत्तराखंड परिवहन विभाग ने कांवड़ यात्रा के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इसमें देहरादून के आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। एआरटीओ, ऋषिकेश मोहित कोठारी, एआरटीओ हरिद्वार रश्मि पंत और एआरटीओ प्रवर्तन रुड़की कुलवंत सिंह को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।