डेली संवाद, नई दिल्ली। Pitru Paksha 2023: सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्याओं के अनुसार, इस समय में स्नान-ध्यान, तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि करने से व्यक्ति को पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। वहीं सनातन धर्म में तुलसी का भी विशेष महत्व है। पितृ पक्ष में तुलसी के कुछ उपाय करने से व्यक्ति को तर्पण करने के समान फल मिलता है।
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पितृपक्ष हर साल शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के साथ शुरू होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक चलते हैं। पितृ पक्ष की अवधि 15 दिनों की होती है। इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत 28 सितंबर से हो रही है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा।
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शिव पुराण के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में घर का कोई भी सदस्य तुलसी का उपाय कर सकता है। पितृपक्ष के दौरान तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दें। इसके बाद एक हथेली में गंगाजल लेकर धीरे-धीरे कटोरी में डालें।
इस दौरान 5 से 7 बार पितरों का नाम लेना चाहिए और भगवान शिव की का ध्यान करना चाहिए। अब इस पानी से घर में छिड़काव करें और बचे हुए पानी को तुलसी में डाल दें।
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इस उपाय को करने से घर में मौजूद सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही इससे पिंडदान और तर्पण के बराबर फल मिलता है। तुलसी का यह उपाय पितृपक्ष की अवधि में एकादशी तिथि और रविवार को छोड़कर कभी भी किया जा सकता है।