डेली संवाद, जालंधर। Punjab News: लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू (Sushil Rinku) ने आज नई संसद परिसर में नए सत्र की शुरुआत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से किए गए बड़े-बड़े दावों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के लोगों को बड़ी-बड़ी इमारतें नहीं चाहिए ब्लकि देश के युवाओं को रोजगार की जरूरत है।
इसी इसी तरह देश के लोग इस वक्त महंगाई से बुरी तरह से त्रस्त हैं और उन्हें इस महंगाई से राहत चाहिए। उन्होंने कहा कि देश का युवा पढ़ाई-लिखाई के बावजूद रोजगार नहीं मिलने से निराशा है और उन्हें इस निराशा भरे माहौल से निकलने के लिए रोजगार की व्यवस्था करने की जरूरत है।
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सांसद ने नई संसद परिसर में नई शुरुआत पर कहा कि नऍए परिसर में पुराने रीति रिवाज छोड़ने होंगे। इसलिए यह अच्छा होता कि आज इस मौके पर आम आदमी पार्टी के सांसदों राघव चड्ढा व संजय सिंह की बहाली की जाती और वे भी इस नए परिसर में पहले सत्र में शामिल होते।
रिंकू ने कहा कि राघव चढ़ावा संजय सिंह ने देश के आम लोगों के हक में आवाज बुलंद की थी जिसके लिए उन्हें संसद से निलंबित करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण कदम था। महिला आरक्षण बिल के पीछे भारतीय जनता पार्टी की नीयत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह बिल सिर्फ और सिर्फ आने वाले इलेक्शन से प्रेरित है।
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उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को महिलाओं की इतनी चिंता होती तो यह बिल 2014 में सरकार बनाने के बाद लेकर आते ताकि 2019 के चुनाव में महिलाओं को इसका फायदा मिलता। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या 2024 के चुनाव में इस बिल का फायदा महिलाओं को मिल पाएगा?
सांदस सुशील रिंकू ने कहा कि देश के लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से जो संघर्ष शुरू किया गया है वह लगातार जारी रहेगा।