डेली संवाद, नई दिल्ली। Child Care: बच्चे जब छोटे होते हैं, तो उनकी कई परेशानियों को समझ पाना बेहद मुश्किल है, क्याेंकि वह अपने दर्द को बयां नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बच्चों की हर एक छोटी से छोटी बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती है, ताकि उनकी परेशानी का पता चल सका।
ये भी पढ़ें: मुंह ढक कर घर से बाहर निकलने, बाइक और स्कूटी चलाने पर दर्ज होगी FIR
अब बदलते मौसम में बच्चों को सर्दी होना और नाक का ब्लॉक हो जाना एक आम समस्या होती है। नाक बंद होने पर बच्चे बहुत चिड़चिड़े हो जाते हैं, ऐसे में जरूरत होती है उनकी इस परेशानी का जल्द से जल्द इलाज ढूंढने की।
छोटे बच्चों को क्यों होती है ये परेशानी?
दरअसल छोटे बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इस कारण वह जल्दी सर्दी-जुकाम, खांसी, बंद नाक जैसी समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं। 1 साल से छोटे बच्चों की नाक बंद होने लगे तो उन्हें सोने में काफी दिक्कत होती है। उनका नासिका मार्ग बहुत पतला और छोटा होता है।
जिसके चलते थोड़ी सी रुकावट होने पर सांस लेने में दिक्कतें होने लगती हैं। इसका नजीता यह हाेता है कि वह अच्छे से सो नहीं पाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे हैं जो बच्चों की बंद नाक को खोलने में मदद करेंगे।
स्तनपान जरूर करवाएं- मां का दूध शिशु की इम्यूनिटी बढ़ाता है, जिससे वो सर्दी-खांसी से बचे रहते हैं। ऐसे में उन्हें समय-समय पर स्तनपान करवाएं।
सरसों का तेल- सरसों का तेल गुनगुना करके बच्चे की छाती पर मालिश करें। साथ ही इसे शिशु की ठोड़ी, छाती, पीठ और नाक के आसपास लगाएं। इससे उन्हें आराम मिलेगा।
नीलगिरी- शिशु के तरिए पर नीलगिरी तेल की कुछ बूदें डाल दें। इसकी खुशबू शिशु की बंद नाक खोलने में मदद करेगी।
इन बाताें पर भी दें ध्यान
पानी की ना होने दें कमी- बच्चे को उचित मात्रा में तरल और पानीदार चीजों का सेवन कराना उसे न केवल अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखता है बल्कि बलगम को पतला कर देता है। इससे जमा हुआ कफ बाहर निकल जाता है और सीने की जकड़न खत्म करने में भी मदद मिलती है।
ये भी पढ़ें: जालंधर में खुलेआम चलता है दड़ा सट्टा, पुलिस और नेता को जाता है ‘हफ्ता’
सिर के नीचे तकिया- जब बच्चा लेटे तो उसके नीचे के नीचे कोई हल्का तकिया रखें, ताकि उसका सिर पैरों से ऊपर रहे। इस स्थिति में शरीर में मौजूद म्यूकस नाक के द्वारा निकल जाएगा और बंद नाक से छुटकारा मिलेगा।
स्टीमर- सर्दियों में शिशु को ज्यादा ना नहलाएं लेकिन जितनी बार भी उन्हें स्नान करवाएं गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। पानी की भाप से उनकी बंद नाक खुल जाएगी।
बच्चे के कमरे में ह्यूमिडिफायर रखें- ह्यूमिडिफायर हवा में मौजूद प्रदूषण और जहरीले तत्व को साफ करता है। साथ ही यह हवा में नमी को बढ़ाता है, जो नाक को बंद होने से राकता है।
डॉक्टर को कब दिखाएं?
कभी-कभी यह बताना मुश्किल हो सकता है कि नवजात शिशु कब बीमार होता है। एक साधारण सर्दी-जुकाम क्रुप या निमोनिया भी हो सकता है। अगर आपका शिशु सांस लेने में कठिनाई या तेजी से सांस ले रहा है तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें। हालांकि शिशु की बंद नाक खोलने के लिए कई सारे तरीके हैं लेकिन किसी भी तरीके को आजमाने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।