डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि सहायक प्रोफेसर बलविंदर कौर जिन्होने कल भगंवत मान की अगुवाई वाली सरकार द्वारा स्टेशन आवंटन से इंकार किए जाने के बाद सुसाइड नोट में शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस का नाम आरोपी के रूप में लिखकर आत्महत्या कर ली , इसीलिए मंत्री को तुंरत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि देश के कानून के अनुसार सुसाइड नोट में जिस किसी का नाम आरोपी के रूप में लिया जाता है उसे हमेशा गिरफ्तार किया जाता है, लेकिन यहां इस तथ्य के बावजूद कि बलविंदर कौर ने आडियो रिकाॅर्डिंग के अलावा अपने सुसाइड नोट में हरजोत बैंस का नाम स्पष्ट रूप से तीन बार लिखा है, मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई है।
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उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने इन 1158 सहायक प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन फ्रंट सदस्यों की मांग को बार बार नजरअंदाज किया, जो उनके पैतृक गांव में हरजोत बैंस के घर के सामने धरना दे रहे हैं। बादल ने बैंस की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए उन्हे मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी मांग की है।
बादल ने ‘अवैध सत्र’’ को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की निंदा करते हुए कहा कि सत्र महज एक ड्रामा था, क्योंकि वहां किसी भी कार्य पर कोई चर्चा नही की गई। बादल ने कहा कि आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए उनकी भूमिका के लिए मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सैशन बुलाना महज एक नौटंकी थी।
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उन्होंने प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर की रिहाई का विरोध करने के लिए अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप सरकार की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि खालसा पंथ ने 2022 के चुनाव में आप को वोट दिया इसीलिए पंजाबियों को यह बात नोट करनी चाहिए कि उसी आप पार्टी ने देश में बंदी सिंहों की रिहाई का विरोध किया है।